शिमला: प्रदेश सरकार पर सवाल उठाने से पहले पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अपने पांच वर्ष के कार्यकाल के 5 काम गिनावाएं, जो उन्होंने प्रदेश हित में किए हों. मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार मीडिया नरेश चौहान ने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर पर पलटवार करते हुए बुधवार को यह बात कही. उन्होंने पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि पिछले कुछ दिनों से जिस तरह की बयानबाजी जयराम ठाकुर कर रहे हैं, उससे साफ नजर आ रहा है कि उन पर कोई न कोई तो दबाव है, जो उनकी भविष्य की राजनीति और भाजपा में चल रही अंदरूनी कलह से जुड़ा हो सकता है.
नरेश चौहान ने कहा कि जयराम ठाकुर जनता को बताएं कि उनकी पूर्व सरकार ने अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए क्या कदम उठाया और उनका प्रदेश के विकास को लेकर क्या विजन था. उन्होंने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार में शराब माफिया का बोलबाला रहा और मंडी में तो जहरीली शराब से कुछ लोगों की जाने तक चली गई. इसी तरह पुलिस कांस्टेबल पेपर लीक मामले से पूरे देश में प्रदेश की छवि प्रभावित हुई.
उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार में जेओए आईटी की कई भर्तियों में खुलेआम भ्रष्टाचार हुआ. ऐसे में जब कांग्रेस सरकार सत्ता में आई तो पूरे भ्रष्टाचार की निष्पक्ष जांच हुई और कई दोषियों को गिरफ्तार किया गया. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने लटके पड़े पोस्ट कोड के परिणाम घोषित कर युवाओं को रोजगार प्रदान किया. नरेश चौहान ने कहा कि पूर्व सरकार ने न बेरोजगारों के लिए कुछ किया, न ही प्रदेश हित में कोई बड़े फैसले लिए. ऐसे में जनता ने भाजपा को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया.
नरेश चौहान ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने चुनाव से कुछ माह पूर्व रेवड़ियां बांटने का काम करते हुए 900 संस्थान अधिसूचित कर दिए, जबकि उसके लिए कोई प्रावधान नहीं किए. बावजूद इसके जनता ने भाजपा को चुनाव में नकार दिया और कांग्रेस को प्रदेश की सत्ता में लाया.
नरेश चौहान ने कहा कि कांग्रेस सरकार को विपक्ष के प्रमाण पत्र की जरुरत नहीं है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा ने ऑपरेशन लोट्स चलाया, लेकिन जनता ने कांग्रेस सरकार का साथ देते हुए भाजपा को करार जवाब दिया. उन्होंने प्रदेश हित में विपक्ष का सकारात्मक भूमिका निभाने का आग्रह किया.
हिन्दुस्थान समाचार