शिमला: हिमाचल प्रदेश में (एचपीटीडीसी) के 18 होटल को बंद करने के उच्च न्यायालय के आदेश पर सियासत तेज हो गई है. भाजपा इसे सरकार की नाकामी बताकर हमलावर है, जिस पर मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने पलटवार किया है.
नरेश चौहान ने गुरूवार को पत्रकार वार्ता में कहा कि एचपीटीडीसी के होटलों को लेकर भाजपा अनावश्यक बयानबाजी कर रही है, जबकि पूर्व भाजपा सरकार ने निगम के होटलों को लीज पर देने का प्रयास किया था मगर विपक्ष के दबाव के बाद यह रुक गया. भाजपा में आंतरिक वर्चस्व की लड़ाई तेज हो गई है. तभी एक के बाद एक नेताओं के बयान सामने आ रहे हैं.
चौहान ने कहा कि भाजपा नेताओं में वर्चस्व की लड़ाई चल रही है. इसलिए भाजपा छोटी-छोटी बातों को राष्ट्रीय स्तर पर हवा देकर हिमाचल की बदनामी कर रही है. 64 करोड़ रुपए सरकार के लिए बड़ी राशि नहीं है लेकिन सरकार लीगल फ्रंट पर लड़ाई लड़ रही है.
नरेश चौहान ने कहा कि पर्यटन निगम के होटल को लेकर आए फैसले पर सरकार गंभीरता से काम करेगी. निगम के हालात सुधारने के लिए कमेटी बनाई गई है जिसके सुझावों के बाद सरकार आगे बढ़ेगी. नरेश चौहान ने कहा कि भाजपा को विपक्ष की भूमिका निभाते हुए प्रदेश में सुझाव देने चाहिए. अगर भाजपा नेता हिमाचल हितैषी है तो भारत सरकार से विशेष पैकेज दिलाने के लिए काम करें.
वहीं हमीरपुर में ईडी की गिरफ्तारी के मामले पर नरेश चौहान ने कहा कि ईडी और सीबीआई भाजपा का पुराना हाथियार है. गैर भाजपा शासित राज्यों में समय-समय पर इसका प्रयोग भाजपा करती आई है. जिन दो लोगों की गिरफ्तारी हुई है उससे सरकार का कोई लेना देना नहीं है. भाजपा के नेता प्रदेश की सरकार को कमजोर करने की साजिश कर रहे हैं.
हिन्दुस्थान समाचार