केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने ‘एक देश और एक चुनाव’ के मुद्दे पर कहा कि पीएम मोदी ने साफ किया है कि यदि भारत को विकास की राह पर आगे बढ़ाना है तो 5 साल में केवल एक बार ही चुनाव हो. इसके बाद 5 साल तक लगातार कार्य होना चाहिए.
किरेन रिजिजू ने ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ का सर्मथन करते हुए कहा कि इस मुद्दे पर एक रिपोर्ट पूर्व राष्ट्रपति डॉ. रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में तैयार हुई है. सूत्रों के अनुसार, यह रिपोर्ट जल्द ही संसद में भी पेश की जाएगी.
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने एक देश और एक चुनाव को जरूरी बताते हुए कहा कि हम सभी एक देश के वासी हैं. हमारा एक साथ मतदान करना जरूरी है और देश की प्राथमिकता एक ही मुद्दा होना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि आगामी 25 नवंबर को संसद की बैठक में एक देश और एक चुनाव सहित कई आवश्क बिल पेश होंगे. साथ ही उनका मानना है की लोकतंत्र में सभी को विरोध करने का पुरा अधिकार है और उन सभी के विरोध करने का अपना कारण है. विरोधियों का तर्क यह है कि सभी राज्यों के पास चुनाव आयोजित करने का पॉवर होना चाहिए. लेकिन उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया है कि ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ सभी तर्कों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है.
वक्फ बिल भी संसद में हो सकता है पेश
केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू बताते हैं कि 25 नवंबर से शुरु हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र में एक और बेहद अहम बिल वक्फ संसोधन अधिनियम-2024 भी पेश किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि पिछले सदन के दौरान भी उन्होंने ही यह बिल पटल पर रखा था.