नाहन: धार्मिक और व्यवसायिक दृष्टि से महत्वपूर्ण सिरमौर जिले का 5 दिवसीय श्री रेणुका जी मेला देव पालकी विदाई के साथ संपन्न हो गया. माता रेणुका जी और उनके पुत्र भगवान परशुराम के पवित्र मिलन के प्रतीक इस अंतरराष्ट्रीय मेले का समापन राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल के द्वारा देव पालकियों की पूजा-अर्चना और कांधा देकर उन्हें रेणुका जी से रवाना करने के साथ हुआ.
इससे पहले सभी देव पालकियों ने पवित्र रेणुका जी झील में स्नान किया जिसके बाद वे परशुराम देवठी पहुंचे, जहां राज्यपाल ने उन्हें रवाना किया. इसके साथ ही माता- पुत्र के मिलन के रूप में मनाया जाने वाला यह ऐतिहासिक मेला संपन्न हो गया.
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने इस अवसर पर कहा कि “संस्कृति हमारी विरासत है और हमें अपनी विरासत का पालन करना चाहिए तभी हम समृद्ध हो सकते हैं.” उन्होंने यह भी कहा कि “श्री रेणुका जी हिमाचल का सबसे सुंदर तीर्थ स्थल है. माता श्री रेणुका जी और भगवान परशुराम जी के मिलन की यह परंपरा और रेणुका झील लोगों के आकर्षण का केंद्र है, और लोग इस सदियों पुरानी परंपरा का उत्साहपूर्वक पालन करते हैं.”
हिन्दुस्थान समाचार