धर्मशाला: उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने जवाली विधानसभा के नक्की में 2 करोड़ 80 लाख रुपए की लागत से निर्मित जलशक्ति विभाग के निरीक्षण कुटीर का उद्घाटन किया. इस अवसर पर कृषि व पशुपालन मंत्री प्रो. चन्द्र कुमार विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे.
गौरतलब है कि इस निरीक्षण कुटीर का निर्माण कार्य पिछले 20 वर्षों से लटका हुआ था. कृषि मंत्री प्रो.चन्द्र कुमार द्वारा पिछले वर्ष अगस्त माह में उपमुख्यमंत्री के ज्वाली दौरे के दौरान उनको इस प्रोजेक्ट बारे अवगत करवाया था. इसके बाद उपमुख्यमंत्री के निर्देशानुसार एक वर्ष में इस निरीक्षण कुटीर का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर करवाकर इसे पूरा किया गया है.
इस अवसर पर जनसभा को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि ज्वाली शहर में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाने हेतु लगभग 16 करोड़ रूपये की लागत से शहरी जलापूर्ति योजना बनाई गई है जिसके तहत 4 ट्यूबवेल, 6 जल भंडारण टैंक, राइजिंग मेन तथा घरों तक डिस्ट्रीब्यूशन लाइन बिछाने के साथ नल लगाए गए हैं. उन्होंने कहा कि ज्वाली शहर में 24 घंटे पेयजल आपूर्ति के लिए 15.50 करोड़ रुपये व्यय कर अमृत -2 स्कीम के तहत कार्य को जल्द शुरू किया जाएगा,जिसके टेंडर कर दिया गया है.
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि क्षेत्र में सिंचाई के लिए भी करोड़ों रूपये खर्च किये जा रहे हैं ताकि किसानों के खेतों में अच्छी पैदावार होने से अच्छी आमदनी हो पाए. उन्होंने बताया कि ज्वाली विधानसभा में सिंचाई योजना के तहत 5.50 करोड़ रुपये की लागत से 9 ट्यूबवेल लगाए जाएंगे, जिनमें से 5 ट्यूबवेल का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है .
उन्होंने कहा कि बरसात के मौसम में जवाली विधानसभा के कोटला क्षेत्र की देहर खड्ड के पानी से लोगों के घरों तथा खेतों को नुक्सान पहुंचता है. इसलिए इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए खड्ड के तटीकरण कार्य के लिए 5.74 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है जिसका निर्माण कार्य शीघ्र शुरू किया जाएगा. इसके अलावा कोटला शहर में फ्लड प्रोटेक्शन वॉल, क्रेट तथा डंगों के लिए 4.90 करोड़ रुपयों का प्रावधान किया गया है, जिसका टेंडर आवंटित कर दिया गया है और आगामी माह में कार्य शुरू कर दिया जाएगा. इसके अलावा बूहल तथा देहर खड्ड क्षेत्र में बाढ़ सुरक्षा कार्यों पर सात-सात करोड़ रुपये व्यय किये जायेंगे.
उन्होंनें कहा कि 247 करोड़ रुपये लागत की सुखाहर सिंचाई योजना की मंजूरी के लिए भी प्रयास तेज कर दिए गए हैं. इसके निर्माण से जिला कांगड़ा के नगरोटा सूरियां, शाहपुर, प्रगोड, हारचक्कियां और देहरा क्षेत्र के 22 पंचायतों के करीब आठ हजार किसानों की 2,186 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई का लाभ मिलेगा. इसके अलावा जिला कांगड़ा में निर्माणाधीन फिन्ना सिंह सिंचाई परियोजना का कार्य अब तेज गति से आगे बढ़ेगा. इसके निर्माण के लिए प्रदेश सरकार द्वारा अब तक 300 करोड़ रूपये की राशि खर्च की जा चुकि है. लगभग 646 करोड़ रूपये की लागत से बनने वाली इस परियोजना के लिए केंद्र सरकार से भी 287 करोड़ रूपये की स्वीकृति मिल गई है.
हिन्दुस्थान समाचार
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