नई दिल्ली: वडताल में चल रहे श्री लक्ष्मीनारायण देव द्विशताब्दी महोत्सव को सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी ने वर्चुअली संबोधित किया. मोदी ने कहा कि मेरी इच्छा थी कि आज वडतालधाम में मौजूद रहूं लेकिन व्यस्तता के चलते यह संभव नही हो सका, लेकिन मैं दिल से आपके साथ हूं, मेरा मन इस समय वडतालधाम में है. इस माैके पर प्रधानमंत्री ने वडताल मंदिर का चित्र अंकित दाे साै रुपये के चांदी के सिक्के का अनावरण भी किया गया.
Addressing a programme marking the 200th anniversary celebrations of Shree Swaminarayan Mandir in Vadtal.https://t.co/5pDPQLPpgj
— Narendra Modi (@narendramodi) November 11, 2024
दरअसल, स्वामीनारायण संप्रदाय के प्रमुख मंदिर वडताल धाम में कार्तिकी समैया भव्य तरीके से मनाया जा रहा है। यहां नाै दिवसीय श्री लक्ष्मीनारायण देव द्विशताब्दी महोत्सव पिछले पांच दिन से चल रहा है. प्रतिदिन लगभग सवा लाख श्रद्धालु इस महोत्सव में शामिल हाे रहे हैं. आज महोत्सव का पांचवां दिन है. इस महाेत्सव के सभाकक्ष में उपस्थित हजारों भक्तों को आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी ने वर्चुअली संबोधन किया. महोत्सव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आभासी आगमन पर झंडा लहराकर उनका स्वागत किया गया. वडताल के प्रमुख कोठारी डॉ. संतवल्लभदास स्वामी ने स्वागत भाषण दिया.
इस माैके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि इच्छा हाेने के बाद भी व्यस्तता के चलते वडतालधाम में उपस्थित नहीं हाे सका, लेकिन मैं दिल से आपके साथ हूं. उन्हाेंने कहा कि भगवान स्वामीनारायण से जुड़ा हर कोई जानता है कि इस परंपरा के साथ मेरा रिश्ता कितना गहरा है. राकेशजी से मेरा रिश्ता पुराना है. यह रिश्ता आत्मिक भी है और सामाजिक भी है. जब मैं गुजरात में था, तो संतों की संगति और सत्संग मुझे सहज उपलब्ध थे. भगवान स्वामीनारायण की कृपा से आज भी वह क्रम किसी न किसी रूप में जारी है। मुझे कई अवसरों पर संतों का आशीर्वाद मिला है.
द्विशताब्दी महोत्सव के अवसर पर मुख्य सभागार में प्रधानमंत्री माेदी वचुर्अली भारत सरकार से विशेष रूप से जारी दाै साै रुपये के चांदी के सिक्के का अनावरण किया गया है. इस सिक्के का वजन 44 ग्राम है और उस पर सोने की परत चढ़ी है. जिस पर वडताल मंदिर की प्रतिकृति अंकित है.
हिन्दुस्थान समाचार