मंडी: जिले के सुंदरनगर में चल रहे एक नर्सिंग प्रशिक्षण संस्थान के हॉस्टल में 23 अक्तूबर को छत से गिर कर मौत का शिकार हो गई प्रशिक्षु अंजना ठाकुर मामले में शुक्रवार को परिजनों व इलाका वासियों ने मंडी में हल्ला बोला. अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की अगुवाई में यह प्रदर्शन किया गया. अंजना ठाकुर सराज हल्के की बालीचौकी तहसील के गांव गुराण की रहने वाली थी.
परिजनों का आरोप है कि अंजना ठाकुर की मौत एक हादसा नहीं बल्कि हत्या है क्योंकि जो भी तथ्य सामने आए हैं वह हत्या की ओर साफ इशारा कर रहे हैं. पुलिस पर आरोप है कि वह मामले को दबाने में लगी है. सैंकड़ों की तादाद में अंजना ठाकुर के परिजन व इलाकावासी शुक्रवार को मंडी के सेरी मंच पर एकत्रित हुए तथा पुलिस अधीक्षक व उपायुक्त कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया, धरना दिया व रैली की. एक ज्ञापन भी उपायुक्त के माध्यम को सौंपा गया.
अंजना के चाचा केवल कृष्ण ने आरोप लगाया गया कि इतने दिन बीत जाने पर भी पुलिस ने इस मामले में एफआईआर तक दर्ज नहीं की जबकि यह बेहद संगीन मामला है. हॉस्टल के कमरे में शराब की टूटी हुई बोतलें मिलने व पर्स में सिगरेट का पैकेट और लाइटर मिलना संस्थान प्रबंधन पर सवाल खड़े करता है. उसके फोन से परिजनों को कॉल करना व सिर के पीछे चोट लगना भी संदेह पैदा करता है. परिजनों व इलाकावासियों ने चेतावनी दी कि यदि मामले की सही जांच करके दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू नहीं की गई तो वह नेशनल हाइवे जाम कर देंगे.
इधर, प्रदर्शनकारियों से बात करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सागर चंद्र शर्मा ने कहा कि पुलिस इस मामले में सख्त कार्रवाई करेगी. उन्होंने कहा कि अंजना ठाकुर के पिता ने जो भी तथ्या दिए हैं व जो ज्ञापन दिया है उस आधार पर भी जांच को आगे बढ़ाया जाएगा तथा पूरा न्याय अंजना ठाकुर के साथ किया जाएगा.
हिन्दुस्थान समाचार