शिमला: कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व ने हिमाचल प्रदेश में पार्टी संगठन को लेकर बड़ी कार्रवाई की है. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रदेश कांग्रेस की पूरी राज्य कार्यकारिणी को भंग कर दिया है. इसके साथ ही जिला व ब्लॉक कमेटियों को भी भंग कर दिया गया है. इस संबंध में संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से आदेश जारी हुए हैं. इसके तहत संपूर्ण राज्य, जिला व ब्लॉक कमेटियां तत्काल प्रभाव से भंग कर दी गई हैं.
लोकसभा चुनाव के नतीजों की समीक्षा के बाद प्रदेश में कांग्रेस संगठन को धार देने के लिए यह कवायद हुई है और अब नए सिरे से संगठन का गठन होगा. हिमाचल की सत्ता पर कांग्रेस के काबिज होने के बाद पिछले लगभग दो सालों से पार्टी संगठन में कोई बदलाव नहीं हुआ था.
जानकारी अनुसार पिछले दिनों प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने हाईकमान को पत्र लिखकर पुरानी कार्यकारिणी को भंग कर नए सिरे से गठन की मंजूरी मांगी थी. उन्होंने संगठन में निष्क्रिय पदाधिकारियों की जगह नई नियुक्तियां करने की हाईकमान से मांग की थी. कांग्रेस महासचिव की ओर से जारी आदेश के मुताबिक पूरी राज्य कमेटी के भंग होने पर प्रतिभा सिंह की भी अध्यक्ष पद से छुट्टी हो गई है. लेकिन प्रदेश कांग्रेस में उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे नरेश चौहान ने स्पष्ट किया कि केंद्रीय नेतृत्व की ओर से प्रतिभा सिंह को अध्यक्ष पद से नहीं हटाया गया है और वह इस पद पर बनी रहेंगी.
बता दें कि प्रतिभा सिंह पिछले करीब अढ़ाई साल से अध्यक्ष पद पर काबिज हैं. वह छह बार मुख्यमंत्री रहे दिवंगत वीरभद्र सिंह की पत्नी हैं. उनके नेतृत्व में कांग्रेस को हिमाचल की सत्ता पर काबिज होने में कामयाबी मिली. हालांकि इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में चारों सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशियों को भारी मतों से हार का सामना करना पड़ा था. लोस चुनाव के नतीजों के बाद प्रदेश कांग्रेस संगठन में बड़े फेरबदल की संभावना जताई जा रही थी.
कांग्रेस के भीतर गुटबाजी, कार्यकारिणी भंग होने से लगी मोहर: भाजपा
इस बीच कांग्रेस कमेटियों भंग होने पर भाजपा ने तंज कसते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा है. भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं विधायक रणधीर शर्मा ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश की कार्यकारिणी भंग हो गई है, ऐसा प्रतीत होता है कि कांग्रेस पार्टी सभी काम आपातकाल में ही करती है. आपातकाल लगाने वाली कांग्रेस ने अपनी कार्यकारिणी भंग भी आपातकालीन रूप में करती है.
उन्होंने कहा कि भाजपा लगातार कांग्रेस के भीतर गुटबाजी के बारे प्रश्न उठती आई है और आज यह आरोप सत्य सिद्ध होते हुए है, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा लिए गए इस एक्शन से कांग्रेस पार्टी के अंतर्द्वंद को सत्य सिद्ध किया है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस में अंतर्कलह चरम सीमा पर थी और इसका गब्बर आज फट चुका है. ऐसे कहीं उदाहरण है जब कांग्रेस पार्टी आपस में ही उलझ कर कार्य कर रही थी, हिमाचल की सियासत का गढ़ बने हमीरपुर जिला में कांग्रेस के भीतर उठ रहे बगावत के सुर घातक साबित होने बाले है. जिला की पांचों विधानसभा में सामने आ रही कांग्रेस कार्यकर्ताओं की नराजगी आने वाले समय में किसी बड़ी बगावत की ओर संकेत दे रही है. कांग्रेस कार्यकर्ता निरंतर अनदेखी का आरोप लगाते हुए अपनी नाराजगी दिखा रहे हैं. नादौन विधानसभा को छोड़ कर बाकी चारों विधानसभाओं में जिस तरह से कार्यकर्ता नाराज नजर आ रहे है, वह पार्टी हित मे कदापि सही नहीं है. भोरंज में विधायक सुरेश कुमार के होते हुए भी कांग्रेस के कार्यकर्ता लगातार अनदेखी का आरोप लगा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि इसी प्रकार हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के सराज दौरे के दौरान बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी के थुनाग पहुंचते ही स्वागत के लिए खड़े कांग्रेस नेता जगदीश रेड्डी और ठाकुर चेतराम समर्थक मंत्री के स्वागत के दौरान आपस मे उलझ पड़े. इस दौरान जमकर धक्का-मुक्की हुई. इस दौरान जगदीश रेड्डी समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की. सोशल मीडिया पर यह सियासी ड्रामे खूब वायरल हुआ था.
हिन्दुस्थान समाचार