शिमला: विपक्षी दल भाजपा ने कांग्रेस की सुक्खू सरकार के “गारंटी पूरी करने” के दावों को झूठ का पुलिंदा करार दिया. प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता राकेश जमबाल ने कहा कि हिमाचल में जिन विकास कार्यों का वादा किया गया था, उनमें से अधिकांश का क्रियान्वयन अधूरा है.
उन्होंने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस सरकार ने एक ओर तो नए संस्थानों के खोले जाने का झूठा प्रचार किया, जबकि सच्चाई यह है कि उसने प्रदेश में 1,500 से अधिक संस्थानों को बंद कर दिया है. इसके अलावा, 1,100 से ज्यादा स्कूलों को मर्ज किया गया, 10,000 से ज्यादा आउटसोर्स कर्मियों को बाहर कर दिया गया, और लगभग डेढ़ लाख पदों को समाप्त कर दिया गया. जमवाल ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने केवल 22 महीनों के भीतर 25,000 करोड़ रुपये का नया कर्ज बढ़ा दिया है, जो उनकी कुप्रबंधन का एक और प्रमाण है.
उन्होंने पूछा कि जब सरकार का वित्तीय प्रबंधन ही असफल हो चुका है, तो ये किस तरह की “गारंटियाँ” पूरी करने का दावा कर रही है? जमवाल ने पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर नेगी के आरोपों को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि जब जयराम सरकार ने प्रदेश में नए संस्थान खोलकर विकास की नींव रखी थी, तो उसे कर्ज का बोझ डालने का आरोप लगाना उचित नहीं है. जबकि सच्चाई यह है कि सुक्खू सरकार ने सत्ता में आते ही उन संस्थानों की तालाबंदी कर दी और विकास को बाधित कर दिया.
जमवाल ने कहा कि जयराम ठाकुर हिमाचल प्रदेश के सच्चे हितैषी हैं, जिन्होंने प्रदेश के विकास को प्राथमिकता दी थी, जबकि कांग्रेस सरकार केवल जनता को गुमराह करने में व्यस्त है. जमवाल ने बागवानी मंत्री के प्रधानमंत्री मोदी पर लगाए गए आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता केवल प्रधानमंत्री मोदी की छवि को धूमिल करने की कोशिश कर रहे हैं. सच्चाई यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने वैश्विक स्तर पर अपनी छवि को मजबूती से स्थापित किया है. केंद्र सरकार ने अनेक योजनाओं के माध्यम से देश के हर वर्ग के लिए काम किया है. लेकिन सुक्खू सरकार इन योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंचाने में असमर्थ रही है.
हिन्दुस्थान समाचार