शिमला: हिमाचल प्रदेश के भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा ऐतिहासिक गेयटी थियेटर के एम्फीथिएटर में राज्य स्तरीय पहाड़ी दिवस का भव्य आयोजन किया गया. इस सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ नेरवा के प्रसिद्ध शहनाई वादक नरेश गंधर्व द्वारा मंगल धुनों से हुआ, जिसने कार्यक्रम की शुरुआत को विशेष बना दिया.
चंबियाली लोक गीत की प्रस्तुति रीता और उनकी सखियों ने दी, जबकि नेरवा के नेवल कला मंच और चौपाल के कलाकारों ने ठोडा, दीपक, परात, माला और मुजरा नाटी की सुंदर प्रस्तुति से दर्शकों का मन मोह लिया. वरिष्ठ लोक गायिका शांति हेटा और राधा सनाइक ने अपने पारंपरिक लोक गीतों से माहौल में जोश भर दिया. प्रेम बुंदेल और उनके साथी कलाकारों ने पारंपरिक झुरी गायन की प्रस्तुति से खूब तालियां बटोरीं.
करयाला शैली में हरनाम सिंह और उनके साथियों ने बुड्ढा-बुड्ढी के स्वांग से दर्शकों को हंसी से लोटपोट कर दिया. शिमला के ग्रामीण क्षेत्रों की नाटी की प्रस्तुति पूजा कला मंच के कलाकारों ने दी, जिससे दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए. चेतन और उनके साथियों ने करयाला शैली में गोरखे के स्वांग से दर्शकों का मनोरंजन किया.
शगीन तारा देवी के पूजा कला मंच के कलाकारों ने पारंपरिक वेशभूषा में लोक नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति से समां बांध दिया.
हिन्दुस्थान समाचार