शिमला: किन्नौर जिला के हंगरंग घाटी की नाको पंचायत में भारतीय राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटेक) के तहत सीमा सड़क संगठन के श्रमिकों के लिए जिला स्तरीय सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में हिमाचल प्रदेश के राजस्व, बागवानी, जनजातीय विकास एवं जन शिकायत निवारण मंत्री जगत सिंह नेगी ने भाग लिया.
राजस्व मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश सरकार श्रमिकों के कल्याण के लिए लगातार कार्यरत है और उनके लिए समावेशी योजनाएं कार्यान्वित कर रही है. उन्होंने बताया कि राज्य कामगार कल्याण बोर्ड श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा कवच प्रदान कर रहा है, विशेषकर महिला श्रमिकों के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं लागू की गई हैं, जिनमें दुर्घटना, विकलांगता, और गर्भावस्था के दौरान वित्तीय सहायता भी शामिल है.
सीमा सड़क संगठन के श्रमिकों को आश्वासन देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार जनजातीय जिला किन्नौर में सड़क और संपर्क मार्गों के निर्माण में उनके योगदान की सराहना करती है और उनके हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने यह भी बताया कि सरकार उनके उत्थान के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजेगी और सर्वोच्च न्यायालय में उनके अधिकारों की पैरवी करेगी.
कार्यक्रम में राज्य इंटेक के उपाध्यक्ष बिहारी लाल सेवगी ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए उन्हें संगठन की वित्तीय गतिविधियों की जानकारी दी और सीमावर्ती क्षेत्रों में श्रमिकों की समस्याओं पर प्रकाश डाला.
हिन्दुस्थान समाचार