शिमला: मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने शिमला के टूटीकंडी बाल आश्रम और मशोबरा स्थित बालिका आश्रम में अनाथ बच्चों के साथ दीपावली मनाई और उन्हें इस त्योहार की शुभकामनाएं दीं. मुख्यमंत्री ने बच्चों के साथ लक्ष्मी पूजा की और प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की. उन्होंने बच्चों को मिठाई, आतिशबाजी और अन्य उपहार भेंट करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने आश्रम के बच्चों से बातचीत की और कहा कि प्रदेश सरकार उनकी शिक्षा के साथ-साथ भ्रमण का खर्च भी उठाएगी. उन्होंने बताया कि बच्चों को शैक्षिक यात्रा और एक्सपोजर विजिट के लिए गोवा और अन्य ऐतिहासिक स्थलों पर ले जाने की योजना है, जिसमें उनके रहने-खाने और यात्रा का खर्च सरकार वहन करेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अनाथ और विशेष रूप से सक्षम बच्चों के कल्याण के प्रति प्रतिबद्ध है. उन्होंने बताया कि सभी अनाथ बच्चों को ‘चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट’ का दर्जा दिया गया है, और सरकार इन बच्चों का ख्याल परिवार के सदस्यों की तरह रख रही है. उन्होंने कहा कि यह राज्य की जिम्मेदारी है कि सभी अनाथ बच्चों को उचित देखभाल मिले, और हिमाचल प्रदेश ऐसा करने वाला देश का पहला राज्य है. इसके अलावा, सरकार इन बच्चों को कोचिंग के लिए 75,000 रुपये की आर्थिक सहायता भी प्रदान करेगी.
मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन शिमला को मशोबरा में बालिका आश्रम में एक डिजिटल लाइब्रेरी स्थापित करने के निर्देश भी दिए.
इस अवसर पर आश्रम के बच्चों ने एक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया. इसके बाद, मुख्यमंत्री ने मशोबरा में नारी सेवा निकेतन का दौरा किया और वहां के आश्रितों को दीपावली की शुभकामनाएं दीं और उपहार वितरित किए.
हिन्दुस्थान समाचार