शिमला: मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने मंगलवार को बिलासपुर में राज्य की पहली डिजिटल लाइब्रेरी का उद्घाटन किया. इस पुस्तकालय में विभिन्न सुविधाओं के साथ 40 व्यक्तियों के बैठने की व्यवस्था है. मुख्यमंत्री ने 1.67 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो बिलासपुर के नए भवन का भी उद्घाटन किया.
इस मौके पर मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि ‘डिजिटल लाइब्रेरी पाठकों को टचस्क्रीन डिवाइस, सर्वर और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से निःशुल्क पठन सामग्री उपलब्ध करवाएगी. इस लाइब्रेरी को एक स्मार्ट प्रबंधन प्रणाली आरएफआईडी तकनीक से सुव्यवस्थित किया गया है. पाठकों की सुविधा के लिए उन्हें आईडी कार्ड जारी किया जाएगा, जिसे लाइब्रेरी में प्रवेश करने के लिए स्कैन करना आवश्यक होगा.’ उन्होंने कहा कि डिजिटल लाइब्रेरी में विभिन्न प्रकार की लगभग 2,500 पुस्तकें उपलब्ध करवाई गई हैं, जिनमें ऑफलाइन माध्यम से पहली से 12वीं कक्षा तक की एनसीईआरटी और सीबीएसई की पुस्तकें शामिल हैं. इसके अतिरिक्त, कॉलेज के पाठ्यक्रमों, प्रतियोगी परीक्षाओं और विभिन्न शैक्षिक पुस्तकें डिजिटल लाइब्रेरी में पाठकों के लिए उपलब्ध होंगी.
इस मौके पर डिजिटल लाइब्रेरी में मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों से बातचीत की. इस अवसर पर विद्यार्थियों ने डिजिटल तकनीक को एकीकृत करने और बेहतर नागरिक सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में तकनीकी उपयोग के लिए प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त किया. विद्यार्थियों ने उन्हें बताया कि इस तरह के सुधारों से उनके जानने और सीखने के अनुभव में वृद्धि हो रही है. तकनीक को समायोजित करने से अब पढ़ाई और अधिक रूचिकर बन गई है. विद्यार्थियों में पढ़ने और सीखने की आदत को प्रोत्साहन प्रदान करने की प्रदेश सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि अत्याधुनिक डिजिटल लाइब्रेरी जैसी सुविधाओं से उनका ज्ञानवर्द्धन होगा जिसके भविष्य में सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे.
उल्लेखनीय है कि विद्यार्थियों के लिए जिला पुस्तकालय में एक बड़ा रीडिंग हॉल, एक ई-लाइब्रेरी, कंप्यूटर टैबलेट, उपयुक्त फर्नीचर और अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं. सुरक्षा के दृष्टिगत पुस्तकालय में सीसीटीवी प्रणाली को स्थापित किया गया है.
हिन्दुस्थान समाचार