सोलन: मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि शिक्षा का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों की क्षमता का विकास कर उन्हें जिम्मेदार नागरिक बनाना है. प्रदेश सरकार सभी स्तरों पर विद्यार्थियों के सर्वागींण विकास के लिए शिक्षा प्रणाली में परिवर्तन कर रही है.
मुख्यमंत्री सोलन के धर्मपुर स्थित पाइनग्रोव स्कूल के वार्षिक समारोह को संबोधित कर रहे थे. मुख्यमंत्री ने पर्यावरण और जल संरक्षण के प्रति छात्रों को जागरूक करने के लिए डे-बोर्डिंग विद्यालयों में वर्षा जल संग्रहण प्रणाली और ‘रूफ टॉप संयंत्र’ स्थापित करने की योजना की जानकारी दी. मुख्यमंत्री ने गरीब वर्ग के मेधावी छात्रों के लिए 200 करोड़ रुपये की डॉ. वाईएस परमार विद्यार्थी ऋण योजना की घोषणा की, जो उन्हें विदेशों में व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की शिक्षा ग्रहण करने में मदद करेगी. इसके अलावा, ग्राम पंचायत स्तर पर 493 पुस्तकालय स्थापित किए जाने भी ऐलान किया.
इस माैके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 के लिए शिक्षा बजट में पिछले वर्ष की तुलना में 17 प्रतिशत की वृद्धि की गई है. इसके अंतर्गत पहली कक्षा से अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा शुरू की जा रही है और प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी राजकीय डे-बोर्डिंग विद्यालय खोले जा रहे हैं. उन्हाेंने कहा कि
युवाओं के रोजगार के लिए तकनीकी शिक्षण संस्थानों में नए पाठ्यक्रमों जैसे कि कृत्रिम मेधा, डाटा विज्ञान, मशीन लर्निंग और ड्रोन प्रशिक्षण की शुरुआत की जा रही है. सभी शिक्षण संस्थानों में रोजगार मेले और कैंपस साक्षात्कार आयोजित किए जाएंगे, ताकि युवाओं को उनकी क्षमता के अनुसार रोजगार मिल सके.
मुख्यमंत्री ने छात्रों को पौष्टिक आहार उपलब्ध करवाने के लिए मुख्यमंत्री बाल पौष्टिक आहार योजना का भी उल्लेख किया, जिसके तहत 15,181 बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने इस माैके पर पाइनग्रोव स्कूल के विद्यार्थियों की कला, हथकरघा और फोटोग्राफी प्रदर्शनी का अवलोकन किया और छात्रों की प्रतिभा की सराहना की. समारोह के दौरान छात्रों की परेड, जिमनास्टिक प्रदर्शन और बैंड डिसप्ले सभी के लिए आकर्षण का केंद्र बने.
हिन्दुस्थान समाचार
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