मंडी: पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने आज मंडी में वर्तमान कांग्रेस सरकार पर कड़े आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि यह सरकार नौकरी देने के बजाय छीनने में लगी है. जयराम ने आरोप लगाया कि पेंशन वाली स्थायी नौकरियों के साथ-साथ कच्ची नौकरियों वाले कर्मचारियों को भी घर बैठाया जा रहा है.
उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि हाल ही में बिजली बोर्ड के 80 से अधिक ड्राइवरों की सेवाएं समाप्त की गई हैं और इंजीनियरिंग वर्ग के 51 पदों को डिनोटिफाई कर दिया गया है. जयराम ने कहा कि नादौन में जल शक्ति विभाग के आउटसोर्स कर्मचारियों को बाहर निकाल दिया गया है, जिससे इन कर्मचारियों का भविष्य अंधकार में चला गया है.
जयराम ठाकुर ने कहा, “मुख्यमंत्री और उनके सहयोगी केवल बड़े-बड़े दावे कर रहे हैं, जबकि उनके निर्णय छोटे दिल के हैं.” उन्होंने बताया कि जिन कर्मचारियों ने सालों तक सेवा दी है, उन्हें अचानक निकालना अत्यंत अमानवीय है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जब उनकी सरकार थी, तब उन्होंने बिजली के बिलों पर सीवरेज टैक्स को 50% से घटाकर 30% किया था. उन्होंने मौजूदा सरकार से अपील की कि वे अपने किए गए गलत कार्यों को पूर्व सरकार पर दोषारोपण करके छिपाने की कोशिश न करें.
इसके अलावा, जयराम ठाकुर ने दिव्यांग छात्रों के साथ शिमला में हुई पुलिस की बर्बरता की निंदा की. उन्होंने कहा कि दिव्यांग छात्रों को मुख्यमंत्री से मिलने की मांग करने पर जिस प्रकार से बर्बरता का सामना करना पड़ा, वह सरकार की संवेदनहीनता को दर्शाता है.
उन्होंने कहा, “क्या मुख्यमंत्री आम आदमी की पहुंच से इतना दूर हो गए हैं कि दिव्यांगों को भी लाठियों का सामना करना पड़े?” उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव के समय कांग्रेस ने दिव्यांगों के साथ बड़े वादे किए, लेकिन सत्ता में आने के बाद उन्हें भुला दिया गया.
जयराम ठाकुर ने कहा कि यह स्थिति चिंताजनक है और सरकार को इस दिशा में तत्काल कदम उठाने चाहिए.
हिन्दुस्थान समाचार
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