शिमला: हिमाचल प्रदेश के भाषा एवं संस्कृति विभाग की ओर से गेयटी थियेटर के गोथिक हॉल में आयोजित तीन दिवसीय ‘शिमला संगीत महोत्सव 2024’ का शुभारंभ उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने किया. इस मौके पर उन्होंने पद्मश्री सोम दत्त बट्टू को सम्मानित किया, जो पटियाला घराने के शास्त्रीय गायक हैं और शिमला में अपनी कला के लिए प्रसिद्ध हैं.
इस संगीत महोत्सव में भारत के कई प्रमुख शास्त्रीय संगीत कलाकार भाग ले रहे हैं. पहले दिन अर्नव चक्रवर्ती ने सरोद वादन किया और राग माल गूंजी. इसके बाद मंजरी चतुर्वेदी और मीता पंडित ने ग्वालियर के राज दरबार का सूफी कत्थक व गायन प्रस्तुत किया. अर्णव चक्रवर्ती, एक प्रमुख हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीतकार और सरोद वादक ने अपने विशेष सरोद वादन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया.
वहीं मंजरी चतुर्वेदी, जो सूफी कथक में माहिर हैं, ने ग्वालियर घराने की समृद्ध परंपरा को जीवंत किया. मीता पंडित, ग्वालियर घराने की छठी पीढ़ी की गायक ने भी अपने अद्भुत गायन से सभी का ध्यान आकर्षित किया. महोत्सव के दूसरे दिन 23 अक्टूबर को पं. विद्याधर व्यास का गायन और सुनंदा शर्मा एवं राजेंद्र प्रसन्ना की गायन व बांसुरी की जुगलबंदी होगी. महोत्सव के अंतिम दिन 24 अक्टूबर को अभय सोपोरी संतूर वादन करेंगे और वारसी भाइयों, नसीर अहमद वारसी एवं नजीर अहमद वारसी, पारंपरिक राग में नातिया कव्वाली की प्रस्तुति देंगे. इस महोत्सव का उद्देश्य भारतीय शास्त्रीय संगीत को बढ़ावा देना और युवा कलाकारों को मंच प्रदान करना है.
हिन्दुस्थान समाचार
ये भी पढ़ें: कांगड़ा के गगल एयरपोर्ट का बदलेगा नाम, सुक्खू सरकार को भेजा प्रस्ताव