धर्मशाला: कांगड़ा के गगल एयरपोर्ट का नाम जल्द ही धर्मशाला कांगड़ा एयरपोर्ट पड़ सकता है. धर्मशाला में भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण की ओर से कांगड़ा गगल हवाई अड्डा सलाहकार समिति की बैठक में इसे लेकर एक प्रस्ताव रखा गया जिसे अब राज्य सरकार और बाद में केंद्र सरकार को भेजा जाएगा. सचिवालय भवन में आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता कांगड़ा-चंम्बा सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज ने की. इसमें धर्मशाला विधायक सुधीर शर्मा व उपायुक्त कांगड़ा सहित विभागों के अधिकारी व अन्य सदस्य मौजूद रहे.
गगल एयरपोर्ट का नाम अब बदलकर धर्मशाला कांगड़ा एयरपोर्ट नाम रखने को लेकर प्रपोजल भेजा गया है. उक्त एयरपोर्ट को कांगड़ा व गगल के नाम से जाना जाता है, जबकि टिकट में धर्मशाला लिखा हुआ आता है. ऐसे में पर्यटकों को भी परेशानियां झेलनी पड़ती है. ऐसे में अब धर्मशाला कांगडा एयरपोर्ट नाम किए जाने को सहमति बनाकर प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा गया है, जिसे बाद में केंद्र सरकार को भेजा जाएगा.
वहीं नए क्षेत्रों में उड़ान जोड़ने के संदर्भ में बातचीत करते हुए सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज ने कहा कि कांगड़ा एयरपोर्ट से अमृतसर को उड़ान शुरू करने की तैयारी है. इसके लिए डॉ. राजीव भारद्वाज ने केंद्रीय मंत्री से बात करने की बात रखी. उन्होंने कहा कि अमृतसर के लिए अभी तक शिमला व कुल्लू से उड़ानें चल रही है. शिमला से धर्मशाला भी कनेक्ट कर दिया गया है. साथ ही नॉन ऑफिसियल मेंबर ने श्रीनगर व कुल्लू को भी उड़ान शुरू करने की बात कही. इसके लिए दिसम्बर में राज्य से उड्डयन विभाग देख रहे प्रतिनिधि स्पेशल रूप से बुलाया जाएगा.
बैठक में गगल एयरपोर्ट के पास भूमि कटाव हो रहा है, जिससे भूमि सहित चारदीवारी को भी खतरा हो गया है, इस बाबत चर्चा की गई. वहीं, इच्छी में आठ मीटर ऊंचा टॉवर है, जिसे नोटिस भी जारी किया गया, लेकिन अब तक हटाया नहीं गया है. शाहपुर की तरफ जागरूकता के लिए बोर्ड भी कम लगे है. जिसमें घरों की हाइट व टाबर की हाइट के लिए एनओसी लेनी जरूरी है. एयरपोर्ट विस्तार होने से बड़े भवन भी खतरा हो सकते हैं, ऐसे में एनओसी लेना अनिवार्य किया गया है.
टूरिज्म विभाग की तरफ से सेंटर शुरू कर दी गई है. बस स्टॉप भी एनएचएआई की ओर से बना दिया गया है, जबकि अभी नोटिफिकेशन न होने से बसें रुक नहीं रही हैं. एयरपोर्ट से शटल बस सुविधा शुरू करने पर भी मंथन हुआ. कांगड़ा में 78 पेड़ जबकि 45 शाहपुर की तरफ से हैं, जिनका खतरा बना हुआ है. उक्त पेड़ों की कटाई करना जरूरी है, इसके लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से दो बार नोटिस जारी किए जा चुके हैं, जिसमें सुरक्षा के लिए खतरा बताया गया है. इसमें फंड की व्यवस्था नहीं हो पा रही है. बैठक में इसके लिए डीएम कॉरपोरेशन की ओर से दो लाख की मांग रखी गई, जिसके लिए एयरपोर्ट से फंड देकर पेड़ जल्द काटने होंगे.
पक्षियों के विमान से टकराने के मामले सामने आ रहे हैं, जिसमें 18 मीट विक्रेताओं को नोटिस जारी कर खुले में बेस्ट फेंकने की मनाही की है. साथ ही 10 किमी दायरे में डपिंग साईट नहीं होनी चाहिए. इन सभी बिंदुओं पर बैठक में गहन चर्चा हुई तथा इन समस्याओं को जल्द सुलझाने के भी सांसद ने दिशा निर्देश दिए.
हिन्दुस्थान समाचार