शिमला: राष्ट्रीय दृष्टिहीन संघ ने मंगलवार को अपनी विभिन्न मांगों को लेकर शिमला में सचिवालय के बाहर धरना दिया. सड़क के बीचों-बीच बैठकर उन्होंने चक्का जाम भी किया. दृष्टिहीन संघ पिछले 362 दिनों से बैकलॉग भर्ती की मांग को लेकर शिमला में ही क्रमिक अनशन कर रहे हैं, लेकिन सुनवाई न होने के कारण संघ ने सचिवालय के बाहर प्रदर्शन कर अपना आक्रोश जाहिर किया. इस दौरान पुलिस ने उन्हें सड़क से हटाने का प्रयास किया जिससे माहौल तनाव पूर्ण हो गया और धक्का मुक्की भी हुई.
राष्ट्रीय दृष्टिहीन संघ के सदस्य राजेश ठाकुर ने बताया कि सरकार उनकी मांगों को नहीं सुन रही. उन्हें धरने पर बैठे हुए एक साल होने वाला हैं. मुख्यमंत्री उनसे बात नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आज वह तैयारी के साथ आए हैं औऱ तब तक नहीं हटेंगे, जब तक मांग नहीं मानी जाएगी. उन्हें लिखित में सरकार से जवाब चाहिए. पुलिस उनके एक सदस्य को जबरन उठाकर ले गई. उन्होंने कहा कि पुलिस धमकाने का काम कर रही है.
उन्होंने कहा कि उनकी मांग है कि दृष्टिबाधितों के बैकलॉग को भरा जाए, वही 35 वर्ष पूरी कर चुके दृष्टिकोण को एजुकेशन क्वालिफिकेशन में रिलेक्शन दिया जाए. इसके अलावा असहाय दृष्टि बाधित लोगों को करुणामूलक आधार पर सरकारी नौकरियां दी जाए.
हिन्दुस्थान समाचार