शिमला: शिमला में मस्जिद विवाद के बीच बाहरी राज्य से सामान बेचने पहुंचे एक फेरीवाले की पिटाई का मामला सामने आया है. फेरीवाले से मारपीट के अलावा बदसलूकी भी हुई है. स्थानीय युवकों पर पिटाई का आरोप लगा है. घटना शिमला शहर के बालूगंज थाना क्षेत्र के तहत धामी क्षेत्र की है. इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मिडिया पर भी वायरल हुआ है. अब शिमला पुलिस ने इस मामले में शिकायत मिलने के बाद एफआईआर दर्ज कर ली है. हालांकि एफआईआर में किसी को नामजद नहीं किया गया है.
उत्तर प्रदेश के मुजफरनगर निवासी ताहिर ने पुलिस को शिकायत दी है कि वर्तमान में वह सोलन जिला के अर्की में रह रहा है. बीते दिनों उसका भतीजा सावेग फेरी के सिलसिले में शिमला के धामी गया था. वह सामान लेकर बाइक पर जा रहा था, इसी बीच कुछ युवकों ने रोककर उसकी पिटाई की और इसका वीडियो बनाया. शिकायतकर्ता ने आरोपितों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. जानकारी अनुसार इस मामले में पुलिस ने पूछताछ के लिए कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया है.
शिमला के डीएसपी मानवेन्द्र ठाकुर ने बताया कि शिकायत के आधार पर बीएनएस की धारा 126 (1),115 (2), 352, 3(5) के तहत एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई अमल में लाई जा रही है.
वायरल वीडियो में पीड़ित को मारे थप्पड़, बनाया मुर्गा
इस घटना के वायरल हो रहे वीडियो में एक स्थानीय युवक फेरी वाले की पिटाई करते हुए नजर आ रहा है. फेरीवाले को स्थानीय युवक मुर्गा भी बना रहा है. फेरीवाले की बाइक पर पीछे एक बैग भी रखा है. वीडियो में सामने आया है कि एक युवक पीड़ित फेरी वाले को रोककर पहले उसे कई थप्पड़ मारता है. इस दौरान फेरीवाला अपने पक्ष में सफाई देने की कोशिश करता है, लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं होती. इसके बाद उसे बाइक से उतारकर मुर्गा बनाया गया.
वीडियो में पिटाई करने वाला युवक वहां मौजूद एक अन्य शख्स से बात करते हुए सुना जा सकता है. इसमें दोनों कह रहे हैं कि नीचे से तुझे भगा दिया था, तो तू यहां क्यों आया.
हिमाचल में फेरी वाले की पिटाई का पहला मामला, हिन्दू संगठन कर चुके हैं प्रदेश भर में प्रदर्शन
बात दें कि शिमला के संजौली की मस्जिद में अवैध निर्माण के दौरान बिना पंजीकरण बाहरी राज्यों से यहां आ रहे विशेष समुदाय के लोगों के मुद्दे ने तूल पकड़ा है. हिन्दू संगठनों से जुड़े लोग बाहरी राज्यों से आकर यहां कारोबार करने वाले लोगों के पंजीकरण की मांग कर रहे हैं. इसी मांग को लेकर सितंबर के महीने में राज्य के कई जिलों में व्यापक प्रदर्शन भी किए गए. मस्जिद विवाद के बाद हिमाचल में इस तरह फेरी वालों की पिटाई का यह पहला वीडियो है.
स्ट्रीट वेंडर नीति बनाने के लिए कमेटी कर रही काम
मस्जिद विवाद के बाद प्रदेश के सभी शहरों में प्रवासी कामगारों का पंजीकरण चल रहा है. इसके अलावा प्रवासियों के रोजगार के लिए रेहड़ी-फड्डी लगाने को स्थान भी चिह्नित करने का काम शुरू हो गया है. विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने स्ट्रीट वेंडर नीति बनाने के लिए उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान की अध्यक्षता में एक कमेटी भी गठित की है. इसकी पहली बैठक बीते तीन अक्टूबर को हो चुकी है. कमेटी की अगली बैठक 4 नवंबर को होगी, जिसमें लोगों के सुझावों और अन्य कानूनी पहलुओं पर चर्चा होगी.
हिन्दुस्थान समाचार