शिमला: मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने हिंदी साहित्य के प्रतिष्ठित छायावादी कवि सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ जी की पुण्यतिथि पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की.
मुख्यमंत्री ने अपने एक्स सन्देश में लिखा कि महाप्राण निराला जी की रचनाएं केवल हिंदी साहित्य की अनमोल धरोहर नहीं हैं, बल्कि ये मानवता के अंतर्मन में गहराई से जाकर संवेदनाओं को जागृत करने वाली कृतियां हैं.
हिंदी साहित्य के छायावादी कवि सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' जी की पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि।
महाप्राण निराला जी की रचनाएँ केवल हिंदी साहित्य की अनमोल धरोहर नहीं हैं बल्कि ये मनुष्य के अंतर्मन की गहराइयों में जाकर संवेदनाओं को जगाने वाली कृतियाँ हैं।
'वह तोड़ती पत्थर',… pic.twitter.com/kKDnDESIAd
— Sukhvinder Singh Sukhu (@SukhuSukhvinder) October 15, 2024
उन्होंने कहा, “निराला जी की कविताएं, जैसे ‘वह तोड़ती पत्थर’, ‘भिक्षुक’, ‘सरोज स्मृति’ और ‘राम की शक्ति पूजा’, ने न केवल हिंदी साहित्य को समृद्ध किया, बल्कि समूचे भारत को भी झंकृत किया. उनकी कृतियाँ आज भी लोगों के दिलों में एक विशेष स्थान रखती हैं.”
मुख्यमंत्री के इस श्रद्धांजलि संदेश ने निराला जी की साहित्यिक महत्ता को एक बार फिर से रेखांकित किया और उनकी रचनाओं के प्रति श्रद्धा व्यक्त की है.
हिन्दुस्थान समाचार