धर्मशाला: पूर्व भाजपा नेता राकेश चौधरी का निधन हो गया है. जहरीला पदार्थ निगलने के बाद टांडा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में बीती देर रात से जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे राकेश चौधरी जिंदगी की जंग हार गए हैं. वही उनकी धर्मपत्नी खतरे से बाहर हैं और स्वस्थ हैं. उनकी धर्मपत्नी भी मुंह मे जहरीला पदार्थ लग जाने से अचेत अवस्था में टांडा मेडिकल कॉलेज में ही उपचाराधीन थी.
धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र से दो बार निर्दलीय और एक बार भाजपा के टिकट से चुनाव लड़ चुके राकेश चौधरी के जहर खाने के दौरान बीचबचाव के चलते उनकी पत्नी के मुंह पर कीटनाशक लगने से दोनों की हालत नाजुक बनी हुई थी. दोनों को ही टांडा मेडिकल कॉलेज में उपचार के लिए भर्ती कराया गया था. यह घटना बीती रात की बताई जा रही है. जहर खाने की पीछे क्या वजह रही इसके बारे में अभी कोई खुलासा नहीं हो पाया है.
वहीं, राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल और मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने राकेश चौधरी के असामयिक निधन पर शोक व्यक्त कर कहा कि राकेश चौधरी जुझारू और कर्मठ नेता थे. दोनों ने शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है तथा परिवार को इस असहनीय दुःख को सहन करने की शक्ति देने व दिवंगत आत्मा की शांति के लिए परमपिता परमात्मा से प्रार्थना की है.
इसके अलावा धर्मशाला से भाजपा विधायक सुधीर शर्मा सहित अन्य दलों के नेताओं ने गहरा दुख व्यक्त किया है. सुधीर शर्मा ने राकेश चौधरी के निधन पर अपनी संवेदनाए व्यक्त करते हुए इसे धर्मशाला क्षेत्र के लिए अपूर्णीय क्षति करार दिया है.
गौरतलब है कि राकेश चौधरी पिछले विधानसभा चुनाव में धर्मशाला से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा तक. इससे पहले भी वह दो बार बतौर निर्दलीय चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा चुके हैं लेकिन दोनों बार हार ही हाथ लगी.
उधर इस घटना की सूचना के बाद कई तरह की चर्चाएं और अफवाहें चल रही है कि आखिर ऐसी क्या वजह रही कि उन्हें और साथ में उनकी धर्मपत्नी को भी इस तरह का कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. पुलिस ने उनकी पत्नी के बयान भी कलमबद्ध किये हैं. जिसमें राजनीतिक तौर पर परेशान रहने की बात सामने आई है.
हिंदूस्थान समाचार
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