रूस-यूक्रेन युद्ध और इजराइल-हमास/हिजबुल्लाह युद्ध के चलते दुनिया में इस समय तनाव का माहौल है. इसके अलावा कई देश अंदरूनी कलह का भी सामना कर रहे हैं. ऐसे में बड़े से बड़ा देश हो या छोटे से छोटा देश, हर राष्ट्र अपने आपको सुरक्षित करना चाहता है. यही कारण है कि दुनिया के सभी देश डिफेंस सैक्टर में बंपर निवेश कर रहे हैं और खुद को आधुनिक हथियारों और बमों से लैस करना चाहते हैं. सभी राष्ट्र चाहते हैं दुनिया के लैटेस्ट एक्यूपमेंट्स उनके पास हों. इसी वजह से भारत को कई देशों से हथियार बनाने के ऑर्डर मिल रहे है.
भारत ने पिछले एक दशक में डिफेंस सैक्टर में अपना लोहा मनवाया है. अब भारत सिर्फ लैटेस्ट हथियारों से लैस ही नहीं है बल्कि दुनिया की मार्केट में डिफेंस एक्यूपमेंट बेचने वाले देशों की श्रेणी में शामिल हो गया है. आत्मनिर्भर भारत के कानपुर शहर में स्थित पीएसयू एडवांस्ड वेपंस एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड कंपनी (एडब्ल्यूईआइएल) को 10 हजार करोड़ रूपये का ऑर्डर मिला है. इतना ही नहीं कंपनी ने 20 हजार करोड़ रूपये का टेंडर भी भर दिया है. जिसके जल्द पास होने की उम्मीद है. यानि की अब दुनिया के रक्षा बाजारों में कानपुरिया हथियारों की बोलबाला होने वाला है.
इन देशों से मिला ऑर्डर
एडब्ल्यूईआइएल के तीसरे स्थापना दिवस के मौके पर सीएमडी राजेश चौधरी ने बताया कि साल 2021 में कंपनी के पास 4600 करोड़ का ऑर्डर था. अब तीन साल में ये दस हज़ार करोड़ हो गया है. कंपनी के पास यूरोप, उत्तरी अमेरिका, मध्यपूर्व अमेरिका और अफ्रीका से ऑर्डर मिल रहे हैं.
ये हथियार डिमांड में
कानपुर की कंपनी को मिलने वाले ऑर्डरों में से सबसे ज्यादा छोटे और मीडियम कैलिबर के हथियार की डिमांड है. इसके अलावा आर्टिलरी गन के पार्ट्स, गोला बारूद हार्डवेयर, आर्टिलरी गन को रिपेयर करने के ऑर्डर हैं. कंपनी के निदेशक एके मौर्या ने बताया कि एबीएन एके 203 कार्बाइन की डिमांड काफी ज्यादा है. ये इतनी छोटी होगी कि आसानी से कपड़ों में छिपाई जा सके. सारे टेंडर्स को जल्दी से कंप्लीट कर भेजने की तैयारी में ताकि अगला कंसाइनमेंट जल्दी मिल सके.