शिमला: हिमाचल प्रदेश में लगातार दूसरे महीने पेंशनरों को पहली तारीख को पेंशन नहीं मिली है. पिछले महीने जहां पेंशनर्ज के खातों में 10 तारीख को पेंशन पहुंची थी. वहीं सुक्खू सरकार ने खराब आर्थिक हालत की वजह से इस महीने नौ अक्टूबर को पेंशन जारी करने का निर्णय लिया है. सरकार के इस कदम से 1.75 लाख से ज्यादा पेंशनर्ज भड़क गए हैं और सरकार के विरुद्ध मोर्चा खोलते हुए बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है.
हिमाचल प्रदेश पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले पेंशनरों ने 39 कांग्रेस विधायकों के घेराव की चेतावनी दे डाली है. साथ ही सरकार को चेताया है कि मांगों पर संज्ञान नहीं लिया गया तो दशहरे के बाद शिमला में बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा. दरअसल पेंशनर्ज समय से पेंशन के भुगतान न होने, लम्बे समय से लंबित पड़े डीए और एरियर के भुगतान व अन्य विभिन्न मांगों पर संज्ञान न लेने पर राज्य सरकार से नाराज हैं.
हिमाचल प्रदेश पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान आत्माराम शर्मा ने मंगलवार को शिमला में बताया कि प्रदेश में पेंशनर्स ने अपनी मांगों को लेकर सभी जिला मुख्यालय में धरने और प्रदर्शन के साथ ही जिला उपयुक्त के माध्यम से ज्ञापन भी मुख्यमंत्री को सौंपे हैं. उन्होंने कहा कि अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री ने मिलने की बात कही थी. परंतु मुख्यमंत्री की ओर से अभी तक उन्हें नहीं बुलाया गया है. ऐसे में अगर मुख्यमंत्री अभी भी उनकी बात नहीं सुनते हैं तो पेंशनर मुख्यमंत्री के अलावा सभी 39 कांग्रेस विधायकों को पेंशनर अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपेंगे. वहीं जरूरत पड़ी तो सभी विधायकों का घेराव किया जाएगा और सार्वजनिक कार्यक्रमों में विधायकों का विरोध जताएंगे. इसके अलावा मांगे न मानने पर पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने दशहरे के बाद शिमला में बड़े विरोध प्रदर्शन करने की बात कही है.
उन्होंने कहा कि जल्द मंडी में पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन के सभी जिला कार्यकारिणी सदस्यों की बैठक होगी. इस बड़ी बैठक में पेंशनर आगे की रणनीति को लेकर मंथन करेंगे. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पेंशनर की समय पर पेंशन के भुगतान लंबित पड़े डीए और एरियर के भुगतान के साथ-साथ जल्द से जल्द जेसीसी के गठन की मुख्य मांगे हैं.
हिन्दुस्थान समाचार