शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्या सिंह ने बीते बुधवार को सार्वजनिक सुरक्षा बढ़ाने के उद्देश्य से हिमाचल में भी सभी भोजनालयों, रेस्तरां, फास्ट फूड स्टॉल, रेड़ी आदि पर उनके मालिक की आईडी लगाने की निर्देश जारी किए थे. ताकि लोगों को कोई भी परेशानी न हो. इसके बाद प्रदेश का राजनीतिक माहौल गरमा गया है. कोई इसे मामले को यूपी की योगी सरकार के आदेश से जोड़ रहा है तो कोई इसे हिमाचल के हित में बता रहा है. हालांकि, के इस बयान से कांग्रेस पार्टी और राज्य सरकार दोनों ने अपना पल्ला झाड़ लिया है.
वहीं, दूसरी ओर में सोलन के दौरे पर पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने विक्रमादित्य सिंह के इस बयान का समर्थन करते हुए कहा, “मैं भी सुरक्षा का पक्षधर हूं. क्योंकि यहां प्रश्न सिक्योरिटी का है. हमें प्रदेश को बेहद सुरक्षित जगह बनाने की जरूरत है. कौन कहां से आ रहा है और किस भावना से आ रहा है, इसका पता लगाना बेहद जरूरी है. प्रदेश में सिक्योरिटी को बरकरार रखने के लिए हमें अपनी पहचान को मजबूती के साथ लेकर कार्य करना होगा और अपनी पहचान को बरकरार रखना होगा”.
बता दें कि हिमाचल स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल आज शुक्रवार को अपने एक दिवसीय दौरे पर सोलन पहुंचे. इस दौरान उन्होंने सोलन शहर के वार्ड नं 5 में होने वाले उपचुनाव के आखरी दिन कांग्रेस उम्मीदवार के समर्थन में चुनाव प्रचार किया.