शिमला: मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने पद्म भूषण, राष्ट्रकवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ की जयंती पर उनको याद करते हुए सादर नमन किया है. मुख्यमंत्री ने अपने एक एक्स संदेश में कहा है कि दिनकर जी का साहित्य मात्र शब्दों का संग्रह नहीं बल्कि भारतीय आत्मा का महासागर है, जो हर लहर के साथ हमारी सांस्कृतिक धारा को सींचता है. संस्कृति के चार अध्याय, परशुराम की प्रतीक्षा और लोकदेव नेहरू जैसी रचनाएं राष्ट्र निर्माण की आधारशिला हैं. इन कृतियों में भारत के गौरवशाली इतिहास और संस्कृति का संवाद होता है.
पद्म भूषण, राष्ट्रकवि रामधारी सिंह 'दिनकर' जी की जयंती पर सादर नमन।
दिनकर जी का साहित्य मात्र शब्दों का संग्रह नहीं बल्कि भारतीय आत्मा का महासागर है, जो हर लहर के साथ हमारी सांस्कृतिक धारा को सींचता है। संस्कृति के चार अध्याय, परशुराम की प्रतीक्षा और लोकदेव नेहरू जैसी रचनाएं… pic.twitter.com/276AVaw2dT
— Sukhvinder Singh Sukhu (@SukhuSukhvinder) September 23, 2024
सुक्खू ने आगे कहा है कि दिनकर जी की लेखनी ने साहित्य को समृद्ध करने के साथ ही देशप्रेम और सांस्कृतिक गर्व की अमिट लौ प्रज्वलित की. उनका साहित्य अमर है जो काल की सीमाओं से परे होकर पीढ़ियों को सदैव प्रेरणा देता रहेगा.
हिन्दुस्थान समाचार