कुल्लू: कांग्रेस पार्टी 300 यूनिट मुफ्त बिजली की गारंटी देकर प्रदेश की सता पर बैठी थी परंतु कुर्सी मिलते ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने चुनाव पूर्व किए बड़े वादों को एक-एक कर ठंडे बस्ते में डालना शुरू कर दिया. पूर्व मंत्री एवं प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष गोविंद ठाकुर ने यह बड़ा हमला प्रदेश सरकार और उसके मुखिया पर करते हुए कहा कि पेट्रोल डीजल की गई बेतहाशा वृद्धि के बाद ऐसे जन विरोधी निर्णयों से सरकार प्रदेश की जनता पर महंगाई का बोझ डाल रही है.
उन्होंने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने ग्रामीण क्षेत्र की जनता को 125 यूनिट मुफ्त बिजली और पानी के बिलों से आजादी दी थी परन्तु सता परिवर्तन के बाद आर्थिक कुप्रबंधन से प्रदेश को आर्थिक बदहाल करने के बाद अब मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता से उगाही का कार्य शुरू कर दिया है जिससे जनता भी सरकार से निराश और आक्रोशित है.
उन्होंने कहा कि सुक्खू सरकार ने निर्णय लिया है कि अक्टूबर महिने से तीन सौ से अधिक यूनिट खरचने पर सारी सब्सिडी बिलकुल बंद कर दी जाएगी जिससे बिजली की दरें आसमान को छुएंगी और आम जनता पर भारी बोझ पड़ेगा. सरकार के इस आदेश के बाद राज्य बिजली बोर्ड ने विद्युत् नियामक को टैरिफ बढ़ाने के लिए पत्र भी लिख दिया है.
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में अक्तूबर माहिने से पानी के अत्यधिक भारी बिल आएंगे क्योंकि यदि किसी उपभोक्ताओं के घर में दो कनेक्शन है तो फिर 2400 रुपए से अधिक की सालाना राशि केवल पानी पर ही खर्च होगी. इसके अलावा पानी के टैरिफ रेट में भी कांग्रेस सरकार ने बड़ी वृद्धि की है. जो सीधा हिमाचल की जनता की जेब पर डाका है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की कथनी और करनी में अंतर है और सरकार केवल अपनी सुख सुविधाओं के लिए प्रदेश की भोली भाली जनता को बार बार लूटने की योजनाएं बना रही हैं. परंतु भाजपा आम जनता के साथ खड़ी है. अगर ये आदेश वापिस नहीं लिए जाते हैं तो भाजपा जनता के साथ सड़को पर अधिकारों की लड़ाई लड़ेगी.
हिन्दुस्थान समाचार