शिमला: हिमाचल प्रदेश में देरी से पैंशन मिलने से नाराज पैंशनर्ज ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. हिमाचल प्रदेश पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले पेंशनर्स ने शुक्रवार को अपनी लंबित पड़ी मांगों को लेकर पूरे प्रदेश में सरकार के खिलाफ हल्ला बोला. वहीं राजधानी शिमला में भी पेंशनर सड़कों पर उतरे और उपायुक्त कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया. इस दौरान पेंशनर्स ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और दो टूक शब्दों में कहा कि अगर मांगे नही मानी तो होगा सचिवालय घेराव.
हिमाचल प्रदेश पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष आत्माराम शर्मा ने बताया कि पेंशनर्स ने सरकार के लिए वार्ता 15 सितंबर का समय दिया था लेकिन उन्हें नहीं बुलाया गया. अब पेंशनर्स लंबित डीए एरियर की मांग को लेकर पूरे प्रदेश में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. आज पूरे 12 जिला मुख्यालय में पेंशनर्स ने अपनी लंबित पड़ी मांगों को लेकर धरने के माध्यम से रोष प्रकट किया. उन्होंने कहा कि आज सभी जगह उपायुक्त और एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपे जाएंगे. उन्होंने कहा कि पेंशनर्स की बहुत देनदारियां बाकी है, जो पूर्व की सरकार के समय से चली आ रही है.
उन्होंने कहा कि 1 जनवरी 2016 से लेकर 31 जनवरी 2022 तक सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों को आज दिन तक संशोधित पैंशन के एरियर, लीव इंकैशमैंट, ग्रैच्युटी व कम्युटेशन नही दी गई है. उन्होंने कहा कि पेंशनरों को 10 तारीख को इतिहास में पहली बार पेंशन दी गई है.
उन्होंने कहा कि जो उनके लंबित पड़ी मांगे हैं उनके शीघ्र अदायगी की जाए .वह उम्र के इस पड़ाव में हैं जहां आज सेवानिवृत्त के उपरांत उन्हें सड़कों पर उतरना पड़ा हैं.उन्होंने सरकार को चेताते हुए कहा कि वह रिटायर्ड हुए हैं टायर्ड नहीं. आत्माराम शर्मा ने कहा कि सरकार जल्द से जल्द जेसीसी का गठन करें अन्यथा आने वाले समय में हजारों की संख्या में पेंशनर सचिवालय का घेराव करेंगे.
हिन्दुस्थान समाचार