शिमला: राजधानी शिमला के संजौला में अवैध मस्जिद निर्माण का मामला दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है. इसके साथ ही 11 सितंबर को संजौली में प्रदर्शन के दौरान हुए पुलिस के लाठीचार्ज को लेकर भी हिंदू संगठन आक्रोष में है और प्रदेशभर में आंदोलन कर इसका विरोध कर रहा है. इस बीच हिंदू संगठनों द्वारा मंडी, कुल्लू, बिलासपुर में लाठीचार्ज के खिलाफ प्रदर्शन किया गया. इसी क्रम में अब हिंदू संगठनों ने बुधवार को शिमला के चौपाल के नेरवा में जमकर विरोध प्रदर्शन किया.
बता दें कि नेरवा में आज (बुधवार) सुबह हिंदू संगठनों के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने एक विरोध रैली निकाली, जिसका नेतृत्व हिंदू जागरण के पूर्व प्रांत महामंत्री ने किया. इस रैली में करणी सेना समेत कई हिंदू संठनों ने भाग लिया. इस दौरान सभी ने अवैध प्रवासियों की समस्या को लेकर प्रदर्शन किया. इसके अलावा लोगों से अवैध प्रवासियों को साथ किसी भी प्रकार का मेलजोल ना करने की बात भी कही.
हिंदू जागरण मंच के अध्यक्ष कमल गौतम ने कहा कि उनकी लड़ाई हिमाचल प्रदेश के अल्पसंख्यकों से नहीं है. ये लोग लंबे वक्त से हमारे साथ रहे हैं, लेकिन प्रदेश में जगह-जगह बाहर से आए अवैध प्रवासी दिन प्रतिदिन हिमाचल के व्यापार, जमीनों पर कब्जा करते जा रहे हैं. जो की आने वाले समय में हिमाचल के लिए खतरे की घंटी है. 11 सितंबर को संजौली में अवैध मस्जिद के विरोध में प्रदर्शन हुआ था. इसके बाद प्रदेशभर में इसे लेकर प्रदर्शन हुए थे. संजौली में शांतिपूर्वक ढंग से प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस द्वारा बिना किसी कारण के लाठियां बरसाई गई हैं, जिसमें 11 लोगो चोटील हुए थे. पुलिस शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे लोगों को भी रोक रही है और जनता की आवाज को दबाना चाहती है. इसी कारण नेरवा में आज लोग इकट्ठे हुए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
उधर, हिंदू संगठनों द्वारा सरकार से संजौली में बने अवैध मस्जिदों को जल्द गिराने और बाहर से आने वाले अवैध प्रवासियों पर नजर रखने की मांग की है. साथ ही उनका रिकॉर्ड पुलिस के पास होने की बात कही है. हिंदू संगठनों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर सरकार समय रहते कार्रवाई नहीं करती है तो, आने वाले दिनों में ये आंदोलन प्रदेशभर में तेजी से फैल जाएगा. और इसके लिए सरकार जिम्मेवार होगी.