शिमला: हिमाचल प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में सितंबर के महीने में ही ठंड का असर शुरू हो गया है. पर्यटन स्थलों शिमला, मनाली और डल्हौजी का मौसम कूल-कूल हो गया है और लोगों ने गर्म कपड़े निकाल लिये हैं. राज्य की ऊंची चोटियों पर हो रही बर्फबारी से तापमान में गिरावट आने से ठंड बढ़ी है. राजधानी शिमला में पिछले तीन दिनों से मौसम ठंडा बना हुआ है और अधिकतम व न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे चला गया है.
जनजातीय जिलों किन्नौर और लाहौल-स्पीति के अलावा चम्बा व कुल्लू की पर्वत श्रंखलाओं पर भी ताजा हिमपात हुआ है. शिमला, मंडी, हमीरपुर, बिलासपुर, चम्बा और कुल्लू जिलों में गुरूवार सुबह से बारिश हो रही है.
किन्नौर में बर्फबारी का सेब सीजन पर असर
इस हिमपात से किन्नौर के पर्यटन स्थल कल्पा, छितकुल, सांगला व रोपा वेली नाको आदि क्षेत्रों में ठिठुरन बढ़ गई है. किन्नौर में इन दिनों सेब सीजन चल रहा है. ठंड के चलते बागवानों को सेब तुडान को लेकर काफी दिक्कतें आ रही हैं. बेमौसमी बारिश व बर्फबारी का किन्नौर में फसलों पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है.
बीते 24 घण्टों में किन्नौर के कल्पा में सबसे ज्यादा 30 मिमी वर्षा हुईं. इसके अलावा सांगला में 27, निचार में 19, मोरंग में 15, चौपाल में 11, सराहन में नौ, भरमौर में आठ और केलंग में तीन मिमी वर्षा रिकार्ड हुई है.
ताबो राज्य का सबसे ठंडा स्थल रहा, जहां न्यूनतम तापमान 7.9 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ. इसी तरह कुकुमसेरी में 8.3 डिग्री, केलंग में 8.4, कल्पा में 9.5, समधो में 10.2, मशोबरा में 13.1, मनाली में 14.2, शिमला व डल्हौजी में 14.4, भरमौर में 14.6, सराहन में 14.8 और कसौली में 17.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
कई जिलों में आज बारिश का अलर्ट, 25 सितंबर तक खराब रहेगा मौसम
मौसम विभाग ने आज कई जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है. साथ में मेघ गर्जना व आसमानी बिजली गिरने की भी चेतावनी दी गई है. 20 से 25 सितंबर तक मानसून की सक्रियता से मौसम के खराब रहने के आसार हैं. 25 सितंबर को भी मैदानी व मध्यपर्वतीय इलाकों में गरज-चमक के साथ बारिश का येलो अलर्ट रहेगा. राज्य में अब तक मानसून की सामान्य से 18 फीसदी कम वर्षा हुई है. मानसून ने बीते 27 जून को दस्तक दी थी. मानसून का अक्टूबर के पहले हफ्ते राज्य से विदा होने का अनुमान है.
हिन्दुस्थान समाचार