सोलन: शिमला संजौली मस्जिद की गूंज अब सोलन में भी पहुंच चुकी है, सोमवार को शहर भर के दुकानदारों ने बाजार बंद रखा और सड़कों पर विरोध स्वरूप रोष रैली निकाली गई. शहर के दुकानदारों में जहां सभी दुकानदार एकत्रित हुए वहीं हिन्दू संगठनों ने आगे बढ़कर मोर्चा संभाला.
रोष रैली निकाल रहे दुकानदारों का कहना था कि सोलन शहर में जहां कारोबार में मंदी छाई हुई है तो वहीं बाहरी राज्यों से आए विशेष धर्म के लोगों द्वारा भारीभरकम किरायों पर दुकानें ली जा रही हैं. उनका कहना है कि हर रोज के हिसाब से तीन हज़ार से लेकर पांच रुपए प्रति दिन किराए पर दुकानें ली गई हैं. जहां केवल या तो फ़ास्ट फ़ूड, सब्जी अथवा कपड़ों के कारोबार कर रहे हैं.
स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि मासिक किराया नब्बे हज़ार से लेकर एक लाख तक बैठता है. इतना किराया निकालना सोलन शहर में आसान नहीं है तो यह लोग इतने भारी किराये पर दुकानें कैसे ले रहे हैं. जबकि बाकी के स्थानीय दुकानदार अपनी रोजी रोटी भी बड़ी मुश्किल से निकाल पाते हैं. इसलिए बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों के पैसों का हिसाब किताब पर प्रशासन को नजर रखने की आवश्यकता है. यह मालूम करना आवश्यक है कि इनके पास पैसा कहां से आ रहा है. पिछले कुछ वर्षों में इस तरह के लोगों की तादात दिन प्रति दिन बढ़ती जा रही है और स्थानीय लोगों के कारोबार पर असर पड़ रहा है.
हिन्दुस्थान समाचार