धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश के पेंशनर्स ने एक बार फिर प्रदेश सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरने का ऐलान कर दिया है. सरकार द्वारा उनकी मांगों को न माने जाने के चलते पेंशनर्स ने 20 सितंबर को सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन का निर्णय लिया है.
पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन हिमाचल प्रदेश जिला कांगड़ा कोर कमेटी की बैठक धर्मशाला में एसोसिएशन के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं जिला कांगड़ा के प्रधान सुरेश ठाकुर की अध्यक्षता में आयोजित की गई. बैठक में प्रदेश सरकार द्वारा पेंशनर्स व कर्मचारियों को 12 प्रतिशत महंगाई भत्ते की तीन किश्तों की अदायगी को न करना, एक जनवरी 2016 से 31 जनवरी 2022 तक सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों को आज दिन तक संशोधित पैंशन के एरियर, लीव इंकेशमेंट, ग्रेच्युटी व कम्यूटेशन को देने बारे कोई भी घोषणा न करने पर सरकार की जमकर निंदा की गई.
एसोसिएशन का कहना है कि 23 अगस्त को शिमला में आयोजित प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में सरकार को 15 सितंबर से पहले पेंशनर्स की मांगों को मानने, वार्ता के लिए बुलाने, पेंशनर्स की जेसीसी का गठन करें तथा पेंशनर्स को हर महीने पहली तारीख को पेंशन देने बारे दिशा निर्देश जारी करने के लिए नोटिस दिया गया था. लेकिन अभी तक सरकार ने ना तो वार्ता के लिए बुलाया और न ही जेसीसी का गठन किया गया. जिसके चलते अब पेंशनर्स ने 20 सितंबर को सभी जिलों के मुख्यालयों में रैली निकाल कर धरना प्रर्दशन व आन्दोलन शुरू करने का ऐलान कर दिया है. 20 सितंबर को जिला के सभी पेंशनर्स शहीद स्मारक के साथ चीलगाड़ी रोड पर सुबह 11 बजे इक्कठे होंगे और रैली निकालकर प्रदर्शन करते हुए कचहरी अड्डा आएंगे. इसी दिन डीसी के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन भेजा जाएगा.
हिन्दुस्थान समाचार