हिमाचल प्रदेश के शिमला में संजौली मस्जिद विवाद के बाद प्रदेशभर में विशेष समुदाय द्वारा अवैध कब्जे के मामले धीरे-धीरे प्रकाशित हो रहे हैं. सबसे पहले संजौली फिर कुसुम्पटी इसके बाद मंडी और अब रामपुर बुशहर से अवैध निर्माण का मामला सामने आया है. बता दें कि आरोप लगा है कि रामपुर में भी विशेष समुदाय के लोगों ने करीब दो साल पहले रातों रात खसरा नंबर 157, 158 पर अवैध निर्माण किया था. इस मामले के खिलाफ अब हिंदू संगठनों ने मोर्चा खोल दिया है. हिंदू संगठन द्वारा प्रशासन को इस अवैध निर्माण को 15 दिन के भीतर गिराने का अल्टीमेटम दिया गया है.
इस मामले को लेकर हनुमान घाट मंदिर कमेटी के प्रमुख ने कहा कि हनुमान घाट को जाने वाले मार्ग पर रामपुर बाजार के पीछे अवैध कब्जा हुआ है. यहां पर दो शेड बनाए गए हैं, मामले में पटवारी हल्का रामपुर और कानूनगो रामपुर ने खसरा नंबर 157, 158 की जांच की थी. जिसमें पाया गया था कि यह सरकारी जमीन है जिसमें अवैध कब्जा किया गया है. इसके अलावा ये भी मिला है कि ये जमीन मंदिर हनुमान घाट का रास्ता है, जो अवैध कब्जे के कारण बंद है. इस बात की संपूर्ण जानकारी प्रशासन को दे दी गई है. परंतु बीते 2 वर्ष बाद भी राजस्व विभाग की तरफ से यह मार्ग खाली नहीं करवाया गया है.
उधर, हिंदू संगठन द्वारा यहां से अवैध कब्जे को जल्द से जल्द खाली करवाने की मांग की है. क्योंकि यह सरकारी जमीन है और हनुमान घाट मंदिर जाने का भी मार्ग है. स्थानीय लोगों ने प्रशासन को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर 15 दिन के भीतर इस अवैध कब्जे को खाली नहीं किया गया तो आने वाले वक्त में इस भूमी पर सभी हिंदू समाज के लोग इकट्ठा होकर कार्रवाई करेंगे.