शिमला: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाढ में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए हमीरपुर जिला के एक जवान का बलिदान हुआ है. यह जवान हमीरपुर जिला के नादाैन उपमण्डल के हथाैल गांव का रहना वाला है. इसकी पहचान सिपाही अरविंद सिंह के ताैर पर हुई है. इसके साथ एक अन्य जवान का भी बलिदान हुआ है जिसका नाम सूबेदार विपन कुमार है. अरविंद के बलिदान की खबर जैसे ही घर पहुंची पूरे परिवार में मातम छा गया. बलिदानी की मां सरोज कुमारी बेसुध होकर गिर पड़ीं और पत्नी दीक्षा देवी का रो-रो कर बुरा हाल हो गया. डेढ़ महीने का बेटा जिसने अभी तक अपने पिता का चेहरा ठीक से देखा भी नहीं अब अनाथ हो गया. आसपास के लोग व परिजन परिवार को सांत्वना देने के लिए जुट गए हैं.
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू के हमीरपुर के जवान सिपाही अरविंद सिंह के वलिदान पर शाेक जताया है. सीएम ने अपने एक्स संदेश पर कहा कि जम्मू-कश्मीर के किश्तवाढ में आतंकवादियों से मुठभेड़ के दौरान मेरे विधानसभा क्षेत्र नादौन, कांगू के हथोल गांव निवासी वीर जवान अरविंद सिंह के वलिदान का समाचार अत्यंत हृदयविदारक है. आपकी अमर शहादत को यह देश कभी नहीं भूल पाएगा. ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को श्रीचरणों में स्थान दें और शोक संतप्त परिजनों को इस अपार दुःख को सहन करने की शक्ति दें. विनम्र श्रद्धांजलि.
जम्मू-कश्मीर के बारामूला में आतंकवादियों से मुठभेड़ के दौरान मेरे विधानसभा क्षेत्र नादौन, कांगू के हथोल गांव निवासी वीर जवान अरविंद सिंह जी की शहादत का समाचार अत्यंत हृदयविदारक है।
आपकी अमर शहादत को यह देश कभी नहीं भूल पाएगा।
ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को श्रीचरणों… pic.twitter.com/9ofhvfM0mg
— Sukhvinder Singh Sukhu (@SukhuSukhvinder) September 14, 2024
हमीरपुर के जिलाधाीश अमरजीत सिंह ने बताया कि बलिदानी सैनिक का पार्थिव देह आज हमीरपुर पहुंचने की संभावना है. उसके बाद ही बलिदानी सैनिक का पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा.
अरविंद के छोटे भाई जो स्वयं भारतीय सेना में सेवा दे रहे हैं, को जैसे ही भाई के बलिदान होने की सूचना मिली वह तुरंत घर लौट आया. अब वह भी नम आंखों से भाई के पार्थिव शरीर का इंतजार कर रहा है. शहीद जवान के पिता रजिंद्र सिंह से बातचीत में पता चला कि सेना के अधिकारियों ने आज तक पार्थिव देह पहुंचने की जानकारी दी है.
अरविंद के दादा भी भारतीय सेना में थे और आज परिवार के इस वीर सपूत ने अपने दादा की विरासत को आगे बढ़ाते हुए देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी. पूरा गांव और परिवार शोक में डूबा हुआ है, लेकिन गर्व है कि उनका बेटा देश के लिए बलिदान हुआ है.
हिन्दुस्थान समाचार