लीमा: पिछले साल जेल की सलाखों से बाहर आए पेरू के पूर्व राष्ट्रपति अल्बर्टो फुजीमोरी का 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया. उन्हें कैंसर था. दिवंगत नेता की पुत्री केइको फुजीमोरी में बुधवार यह सूचना एक्स हैंडल पर साझा की. केइको ने इसी साल जुलाई में कहा था कि उनके पिता चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. वह जेल से छूटने के बाद बेटी के घर पर रह रहे थे.
द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, अल्बर्टो को दुनिया तानाशाह के रूप में भी जानती है. हालांकि सत्ता संभालने के बाद उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने का काम किया. साथ ही बार हुए हिंसक वामपंथी विद्रोह को कुचल दिया. मगर एक घोटाले में उन्हें सत्ता गंवानी पड़ी. बाद में मानवाधिकारों के हनन के आरोप में उन्हें जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया गया. उन्हें 25 साल जेल की सजा सुनाई गई.
राष्ट्रपति से क्षमादान मिलने पर उन्हें पिछले साल 15 साल से अधिक समय जेल में बिताने के बाद राजधानी की बारबाडिलो जेल से रिहा कर दिया गया था. अमेरिका के इस अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, कृषि इंजीनियर फुजीमोरी ने अपना चुनाव प्रचार ट्रैक्टर पर सवार होकर किया था. उन्होंने मारियो वर्गास लोसा को हराकर देश को चौंका दिया था. उन्होंने अपने कार्यकाल में मुद्रास्फीति, बेरोजगारी और कुप्रबंधन पर काबू पाया. आर्थिक विकास और जीवन स्तर को ऊपर उठाया. मादक पदार्थों की तस्करी पर नकेल कसी. लेकिन उन्होंने पेरू के कानूनों और संवैधानिक संस्थानों के प्रति बहुत कम सम्मान दिखाया. उन्होंने कांग्रेस को अस्थायी रूप से बंद कर दिया. उनकी क्रूरता की वैश्विक आलोचना की गई.
हिन्दुस्थान समाचार