शिमला: उपनगर संजौली में मस्जिद के अवैध निर्माण का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. हिन्दू संगठनों और स्थानीय लोगों ने अवैध निर्माण के विरोध में बुधवार 11 सितंबर को संजौली में प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है. इसे लेकर सोशल मीडिया पर मैसेज व वीडियो पोस्ट किए जा रहे है. हालांकि प्रत्यक्ष तौर पर किसी भी हिन्दू संगठन ने प्रदर्शन का आधिकारिक ऐलान नहीं किया है, लेकिन प्रदर्शन की आशंका से मस्जिद के आसपास पुलिस का पहरा बढ़ा दिया है.
दरअसल, सोशल मीडिया में प्रदर्शन को लेकर मैसेज और वीडियो वायरल हुए हैं. स्थानीय लोगों की ओर से गठित हिंदू संघर्ष समिति की ओर से सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी जारी किया गया है, जिसमें लोगों से 11 सितंबर को सुबह 11 बजे संजौली आने का आह्वान किया गया है. इसके लिए पुलिस अब संदिग्धों पर नजर रखे हुए है. वहीं मस्जिद जाने वाले सभी रास्तों पर पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया है, जहां पर पूछताछ और पहचान पत्र दिखाने के बाद ही प्रवेश दिया जा रहा है.
संजौली बाजार में बने वॉक-वे के दोनों ओर पुलिस जवान तैनात किए है, जबकि वॉक-वे के लिए बीच से जाने वाले रास्तों को बैरिकेडिंग करके रोक दिया गया है. संजौली चौक, ढली टनल, दुकानों के बाहर भी जगह-जगह पुलिस जवानों की तैनाती की गई है. संजौली पुलिस चौकी के समीप पुलिस जवानों की तीन बसें खड़ी की गई हैं. इसमें किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल मौजूद है.
एसपी शिमला संजीव गांधी ने कहा कि पुलिस के जवान तैनात कर दिए गए है और किसी भी प्रकार का उपद्रव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. संजौली मस्जिद विवाद को लेकर हिमाचल पुलिस के डीजीपी डॉ.अतुल वर्मा ने कहा है कि किसी को भी कानून अपने हाथ लेने की इजाजत नहीं है और कानून के हिसाब से कार्रवाई होगी. उन्होंने इस मामले में विदेशी ताकतों की संलिप्तता से इंकार किया है. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को लेकर अगर 11 सितंबर को किसी तरह का प्रदर्शन होता है तो इसके लिए पुलिस ने पहले ही तैयारी की है. कानून व्यवस्था बिगाड़ने वालों पर पुलिस की पूरी नजर है.
सादे कपड़ों में भी पुलिस तैनात
संजौली इलाका छावनी में तबदील हो गया है. पुलिस ने यहां मोर्चा संभालते हुए चप्पे-चप्पे पर जवान तैनात कर दिए हैं. शिमला पुलिस के अलावा दो बटालियनों पांचवीं व छठी के जवानों को शिमला बुलाया गया है, जिनकी ड्यूटियां सुनिश्चित बना दी गई है. सादे कपड़ों में पुलिस के जवानों की तैनाती करते हुए पुलिस पहले से ही सतर्क हो गई है.
प्रशासन सतर्क
संजौली मस्जिद को लेकर यहां चल रहे गतिरोध को समाप्त करने के लिए पुलिस धारा 144 भी लागू कर सकती है. शिमला पुलिस ने कुछ ऐसे लोगों को नामजद कर लिया है, जिनके खिलाफ पहले से ही केस चले हैं या जमानत पर बाहर चल रहे है. डीसी शिमला अनुपम कश्यप और एसपी शिमला संजीव गांधी यहां सुरक्षा व्यवस्था का लगातार जायजा लेते हुए वस्तुस्थिति पर नजर बनाए हुए थे.
उल्लेखनीय है कि संजौली में मस्जिद विवाद कोई नया मामला नहीं है. यह मामला वर्ष 2010 से नगर निगम के कोर्ट में विचाराधीन है. अब तक मामले में 45 बार सुनवाई हो चुकी है. संजौली मस्जिद के अवैध निर्माण मामले की बीते 7 सितंबर को शिमला नगर निगम के कोर्ट में सुनवाई हुई थी. इस दौरान कोर्ट ने मस्जिद में अवैध तौर पर बनी पांच मंजिलों को लेकर वक्फ बोर्ड और मस्जिद प्रबन्धन से जवाब तलब किए. कोर्ट ने सम्बंधित कनिष्ठ अभियंता से अवैध निर्माण को लेकर स्टेटस रिपोर्ट पेश करने को कहा है. वक्फ बोर्ड से भी निर्माण की स्टेटस रिपोर्ट देने को कहा गया है. मामले की अगली सुनवाई 5 अक्टूबर को निर्धारित की गई है. विधानसभा के मानसून सत्र में भी यह मामला प्रमुखता से उठा. सुक्खू सरकार में मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने सदन में बताया कि संजौली में बनी मस्जिद अवैध है और यह हिमाचल सरकार की जमीन है और उस पर अवैध कब्जा किया गया है. दूसरी तरफ़ वक्फ बोर्ड ने कोर्ट में सुनवाई के दौरान दावा किया कि मस्जिद वक्फ बोर्ड की जमीन पर बनी है.
हिन्दुस्थान समाचार