शिमला: हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान मंगलवार को सदन में पहली बार पति-पत्नी की जोड़ी नजर आई. यह पहला मौका था, जब सदन में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उनकी धर्मपत्नी व विधायक कमलेश ठाकुर एक साथ दिखे. उन दोनों की मौजूदगी में सदन का माहौल खुशगवार बना रहा.
प्रदेश में हाल ही में हुए विधानसभा उपचुनाव में कमलेश ठाकुर देहरा से निर्वाचित हुई हैं. कांग्रेस विधायक कमलेश ठाकुर ने पहली मर्तबा सदन की कार्यवाही में हिस्सा लिया. प्रश्नकाल के बाद विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कमलेश ठाकुर का सदन में परिचय करवाते हुए उनका स्वागत किया. सदन की कार्यवाही सौहार्दपूर्ण माहौल में चली और विपक्ष व स्पीकर के बीच चल रहा गतिरोध खत्म हो गया. सोमवार को विपक्ष ने स्पीकर के खिलाफ मोर्चा खोला था. हालांकि मंगलवार को विपक्ष के तेवर नरम पड़े और उनके सदस्यों ने सदन में हंगामा व नारेबाजी नहीं की. सदन के नेता व मुख्यमंत्री सुक्खू ने विपक्ष को आश्वस्त किया कि सतापक्ष सदन में हर चर्चा करने को तैयार है और विपक्ष के हर सवाल का जवाब दिया जाएगा. मुख्यमंत्री ने विपक्ष के उठाए गए विभिन्न मुद्दों पर सरकार की स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि सरकार हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है, इसलिए विपक्ष सत्र को सुचारू रूप से चलाने में सहयोग करे. उन्होंने यह भी कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्ष को काफी अधिक समय दिया है. उन्होंने कहा कि सदन नियमों से चलता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर विपक्ष सही ढंग से अपने मुद्दे उठाता तो गतिरोध ही नहीं बनता.
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि विधानसभा के अब तक हुए छह सत्रों के दौरान उनका आचरण पूरी तरह से निष्पक्ष रहा है. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विपक्ष की भूमिका सबसे अहम है. इसलिए वह खासकर नेता प्रतिपक्ष को ज्यादा समय देते हैं. पठानिया ने कहा कि वह लोकतंत्र में विश्वास रखते हैं और वह सभी को विश्वास में लेकर सदन चलाते हैं.
हिन्दुस्थान समाचार