शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में शुक्रवार को विपक्षी दल भाजपा के सदस्य इंद्रदत्त लखनपाल द्वारा विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ की गई टिप्पणी पर निंदा प्रस्ताव पारित किया गया. संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने निंदा प्रस्ताव पेश करते हुए कहा कि लंच से पहले इंद्रदत्त लखनपाल ने जो टिप्पणी की, वह निंदनीय है. उन्होंने कहा कि यह टिप्पणी रिकॉर्ड से हटा दी गई है. उन्होंने कहा कि अध्यक्ष ने निष्पक्ष होकर अपना कार्य किया है और विपक्ष को उनकी बात रखने का पूरा मौका दिया है.
हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि आज कांग्रेस के विधायकों की संख्या 40 है और इतनी ही संख्या 2022 में भी थी. उन्होंने कहा कि विपक्ष ने जो ऑपरेशन लोटस यहां किया था, उसे यहां की जनता ने फेल किया है. उन्होंने कहा कि यह सरकार 2027 तक मजबूत है और विपक्ष ने इस सरकार को गिराने के जो प्रयास किए, वे विफल रहे हैं. उन्होंने कहा कि इंद्रदत्त लखनपाल ने जो बात सदन में कही, उसकी वे निंदा करते हैं. उन्होंने इस संबंध में सदन में निंदा प्रस्ताव पेश किया.
उल्लेखनीय है कि भोजनावकाश से पहले इंद्रदत्त लखनपाल ने सदन में स्पीकर द्वारा सदन के बाहर दिए गए एक बयान को लेकर टिप्पणी की थी, जिसे रिकॉर्ड से हटा दिया गया था.
उधर, विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि संसदीय कार्य मंत्री ने जो सदन की परंपराएं, नियमों का उल्लेख किया और जो निंदा प्रस्ताव रखा, उसके लिए वे उनके आभारी हैं. उन्होंने कहा कि अध्यक्ष के रूप में जो उनका कामकाज है और जो अभी तक सत्र हुए हैं, उनमें पूरी तरह से न्यूट्रल रहकर अपने कर्तव्य का पालन किया है. सदन का रिकार्ड इसका साक्षी है. उन्होंने कहा कि सत्तापक्ष से ज्यादा समय विपक्ष के सदस्यों को मिला है.
कुलदीप पठानिया ने कहा कि उनके यह प्रयास रहे हैं कि सभी को पर्याप्त समय मिले. अब कोई मुझे ही सिखाना चाहे, तो मेरी यह उम्र सीखने की नहीं है. उन्होंने कहा कि सदन में चंद्र कुमार के बाद अन्य सभी सदस्य उनके बाद आए हैं. उन्होंने कहा कि जो नियम हैं, उसके अनुसार सदस्य उन्हें सहयोग करें. उन्होंने कहा कि वे कभी कोई मौका नहीं देंगे, कि सदन के अंदर कोई गलत शब्द न निकले. उन्हें यह मालूम है कि सदन के भीतर क्या कहना है और क्या नहीं. इसके बाद विपक्षी सदस्यों ने सदन में हंगामा किया.
इस बीच, अध्यक्ष ने नियम 130 के तहत चर्चा शुरू कर दी. उन्होंने भाजपा सदस्य डॉ. जनक राज को चर्चा में हिस्सा लेने को पुकारा, लेकिन उन्होंने चर्चा में हिस्सा नहीं लिया. इसके बाद अध्यक्ष ने कांग्रेस सदस्य हरदीप बावा को चर्चा के लिए पुकारा और उन्होंने चर्चा शुरू की. इसी दौरान विपक्षी सदस्यों ने सदन में नारेबाजी की और भारी शोरगुल के बीच वे नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर चले गए.
सदन के अंदर नहीं लगा सकते बिल्ले – पठानिया
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने कहा कि नियम 118 में सदन के अंदर कोई भी सदस्य किसी भी प्रकार से कोई बिल्ला लगाकर नहीं आ सकता है. उन्होंने कहा कि यदि किसी ने लगाए हैं तो उसे हटा दें. यह सदन की गरिमा के खिलाफ है. वे इस बात को आगे नहीं बढ़ाना चाहते. उन्होंने कहा कि यदि सदस्य चाहते हैं कि वे नियमों में चलें तो वे चलेंगे और इसमें जो वांछित कार्रवाई करनी होगी, वे करेंगे. गौरतलब है कि भोजनावकाश के बाद विपक्षी भाजपा सदस्य काले बिल्ले लगाकर सदन में आए थे. इस पर अध्यक्ष ने आपत्ति जताई थी.
हिन्दुस्थान समाचार
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