Kolkata Rape Murder Case: महिला डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या के मामले में सीबीआई ने आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रधानाचार्य संदीप घोष से 13 दिनों में 100 घंटे से ज्यादा पूछताछ की है. गुरुवार को 14वें दिन संदीप घोष एक बार फिर सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित सीबीआई कार्यालय में पूछताछ के लिए पहुंचे हैं. आज भी उनसे गहन पूछताछ की जाएगी.
वहीं बता दें कि इस मामले में पीड़िता के माता-पिता ने जांच में तेजी लाने के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) पर दबाव बढ़ाने की अपील की है. बीते बुधवार को सीबीआई की दो सदस्यीय टीम पीड़िता के घर पहुंची और उनसे मामले से जुड़े कुछ जरूरी जानकारी ली. पीड़िता की मां ने गुरुवार को बताया, “सीबीआई के दो अधिकारी कुछ जानकारी लेने आए थे, हमने सब कुछ बताया. उन्होंने कहा कि वे अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं.”
पिछले 14 दिनों से इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है, लेकिन जांच की प्रगति को लेकर नागरिक समाज और राजनीतिक दलों में सवाल उठ रहे हैं. सोशल मीडिया पर भी लोग जांच में तेजी लाने की मांग कर रहे हैं. तृणमूल कांग्रेस ने भी इस मामले को लेकर आवाज बुलंद की है. पीड़िता का परिवार भी चाहता है कि इस मामले में जांच एजेंसी पर दबाव बनाया जाए ताकि जल्दी न्याय मिल सके.
पीड़िता के परिवार का यह भी कहना है कि उनकी बेटी के लिए न्याय की मांग को लेकर जो आंदोलन चल रहा है, वह जारी रहना चाहिए. हालांकि, वे यह नहीं चाहते कि इस दौरान कोई हिंसा हो या कोई व्यक्ति घायल हो. उन्होंने कहा कि अगर आंदोलन से किसी भी प्रकार का नुकसान होता है, तो उन्हें दुख होता है, और वे ऐसी कोई स्थिति नहीं चाहते.
बुधवार को भाजपा द्वारा बुलाए गए 12 घंटे के बंद पर पीड़िता के पिता ने कहा, “हमने बंद का समर्थन नहीं किया, लेकिन यह असफल हो, ऐसा भी नहीं चाहते. हम चाहते हैं कि विरोध जारी रहे.” कलकत्ता हाई कोर्ट ने 15 अगस्त को आरजी कर कांड की जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंपा था. इसके बाद से पिछले 14 दिनों में संदीप घोष को 13 बार पूछताछ के लिए बुलाया गया, जिसमें उन्हें लगभग 103 घंटे तक सीबीआई के सवालों का सामना करना पड़ा.
महिला डॉक्टर की हत्या और दुष्कर्म के इस जघन्य मामले के अलावा सीबीआई को आरजी कर अस्पताल में वित्तीय अनियमितताओं की जांच की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है. इन दोनों मामलों में संदीप घोष को मुख्य आरोपित बनाया गया है.
सीबीआई की लगातार पूछताछ के बीच इस बात की उम्मीद जताई जा रही है कि मामले में जल्द ही कोई महत्वपूर्ण खुलासा हो सकता है. जांच एजेंसी इस मामले से जुड़े हर पहलू को बारीकी से खंगाल रही है, ताकि सच्चाई को सामने लाया जा सके.
आर.जी. कर अस्पताल कांड में सीबीआई की भूमिका पर उठते सवालों के बीच, यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि जांच में आगे क्या प्रगति होती है और पीड़िता को न्याय कब तक मिल पाता है.
हिन्दुस्थान समाचार