वाराणसी: किसान आंदोलन पर हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से भाजपा सांसद कंगना रनौत के बयान को लेकर विरोधी दल के कार्यकर्ता लगातार उन पर निशाना साध रहे हैं. बुधवार को यहां महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के मुख्य गेट पर जुटे एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने सांसद कंगना रनोत के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कार्यकर्ताओं ने कंगना से बयान को लेकर माफी मांगने की मांग कर उनका प्रतीक रूप से पुतला भी फूंका.
कांग्रेस छात्र संगठन के पदाधिकारी ऋषभ पांडेय ने कहा कि भाजपा सांसद ने विवादित बयान देकर किसान आंदोलन में शामिल रहे किसानों का अपमान किया है. कंगना रनौत को अपने बयान के लिए देश के किसानों से माफी मांगनी चाहिए. अन्य नेताओं ने कहा कि कंगना पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित हैं, लेकिन जिस तरह से वह बयानबाजी करती हैं,वह सभ्य तरीका नहीं है.
कंगना ने एक इंटरव्यू में कहा था कि अगर पार्टी का शीर्ष नेतृत्व कमजोर होता तो भारत में भी बांग्लादेश जैसे हालात हो सकते थे. सभी ने देखा है कि किसान आंदोलन में क्या-क्या हुआ. प्रदर्शन के नाम पर हिंसा फैलाई गई. वहां रेप हो रहे थे, लोगों को मारकर लटकाया जा रहा था. केंद्र सरकार के कृषि कानूनों को वापस लेने के फैसले को सही ठहराते हुए कंगना ने कहा कि जब बिल वापस हुआ तो सभी उपद्रवी चौंक गए, क्योंकि उनकी योजना तो बहुत लंबी थी. इस बयान को लेकर कंगना विरोधी दलों के साथ किसान संगठनों के निशाने पर हैं.
हिन्दुस्थान समाचार