नई दिल्ली: विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने बुधवार को कहा कि भारत वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलन में चिली की भागीदारी को अत्यधिक महत्व देता है.
नई दिल्ली में आयोजित द्वितीय भारत-चिली संयुक्त आयोग की बैठक में विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने अपने चिली समकक्ष अल्बर्टो वान क्लावेरेन का स्वागत किया. जयशंकर ने कहा कि भारत-चिली संयुक्त आयोग की पहली बैठक कोविड के समय में वर्चुअली हुई थी. ऐसे में इस साल व्यक्तिगत रूप से मिलने का अवसर खुशी की बात है.
उन्होंने कहा कि हम वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट में चिली की भागीदारी को बहुत महत्व देते हैं. 17 अगस्त को आयोजित तीसरे वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलन में चिली के राष्ट्रपति गेब्रियल बोरिक के व्यावहारिक वक्तव्य की प्रशंसा करते हुए जयशंकर ने कहा कि हमने आपके राष्ट्रपति को सुना. उन्होंने अगस्त में शिखर सम्मेलन में बहुत ही व्यावहारिक टिप्पणियां कीं और हम विस्तारित सुरक्षा परिषद में हमारी स्थायी सदस्यता के लिए आपके समर्थन के लिए भी आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं.
जयशंकर ने कहा कि नवंबर 2023 में व्यापार और आर्थिक मंत्रियों की बैठक में चिली की भागीदारी भी ऐसी चीज़ है जिसकी हम बहुत सराहना करते हैं. विदेश मंत्री ने कहा आज हमारे पास चर्चा करने के लिए बहुत कुछ है.
हिन्दुस्थान समाचार