शिमला: हिमाचल प्रदेश में मानसून ने एक बार फिर लोगों की मुसीबतें बढ़ा दी हैं. बीती रात से राज्य के विभिन्न हिस्सों में जमकर बदल बरस रहे हैं. मौसम विभाग ने अगले दो दिन भी भारी वर्षा की आशंका जताते हुए येलो अलर्ट जारी किया है. भारी वर्षा से कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ है जिससे कई सड़कें बंद हो गई हैं. वहीं सैंकड़ों ट्रांसफार्मरों के खराब होने से कई इलाके अंधेरे में डूब गए हैं.
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार मंगलवार को 126 सड़कें भूस्खलन से ठप हैं. मंडी जिला में सबसे ज्यादा 50, शिमला में 41, सोलन में 12, कांगड़ा में 10, कुल्लू में छह, सिरमौर में चार, ऊना, लाहौल स्पीति व किन्नौर में एक-एक सड़क बंद है. इसके अलावा बारिश के साथ बिजली गिरने से 1191 ट्रांसफार्मर बंद हो गए हैं. अकेले मंडी जिला में 783 ट्रांसफार्मर बंद हैं. सोलन में 223, कुल्लू में 95, चम्बा में 44, सिरमौर में 28, ऊना में 17 औऱ किन्नौर में एक ट्रांसफार्मर खराब है. शिमला जिला में 27 पेयजल स्कीमें भी ठप पड़ी हैं.
मौसम विभाग के अनुसार बीते 24 घंटों के दौरान बिलासपुर जिले के काहू, शिमला जिला के जुब्बड़हट्टी, सोलन जिला के कण्डाघाट में 80-80 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई. इसके अलावा कुफ़री व धर्मपुर में 70-70 मिलीमीटर, शिमला व पच्छाद में 60-60, चौपाल, सोलन, नगरोटा सुर्रियाँ, गोहर, सुंदरनगर, कसौली व नारकंडा में 40-40 मिलीमीटर वर्षा हुई है. राजधानी शिमला में बीती रात भारी वर्षा हुई. शहर में आज दिन में भी जमकर बारिश हुई, जिससे लोगों को आवागमन में दिक्कतें पेश आईं.
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि पिछले कल से राज्य में मानसून की सक्रियता से अच्छी बारिश हुई है. उन्होंने कहा कि आगामी दो दिन यानी 28 व 29 अगस्त को राज्य के मैदानी वह मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश का येलो अलर्ट रहेगा. दो सितंबर तक प्रदेश भर में मौसम के खराब रहने की संभावना है.
हिन्दुस्थान समाचार