हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा क्षेत्र से सांसद और बॉलिवुड अभिनेत्री कंगना रनौत किसानों पर विवादित बयान देकर फंसी नजर आ रही हैं. अब उन्हीं की पार्टी बीजेपी ने कंगना के बयान से किनारा कर लिया है. बीजेपी ने प्रेस रिलीज जारी कर कंगना के किसानों पर दिए गए बयान को उनका निजी बयान बताया है साथ ही निर्देशित किया है कि वो आगे इस तरह के बयान नहीं दें. बीजेपी ने कहा है कि कंगना को पार्टी के नीतिगत मुद्दों पर बोलने की इजाजत नहीं है. वहीं कहा गया है कि भारतीय जनता पार्टी ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ व सामाजिक समरसता के सिद्धांतों पर चलने के लिए कृतसंकल्पित है.
The statement made by BJP MP Kangana Ranaut in the context of the farmers' movement is not the opinion of the party. BJP disagrees with the statement made by Kangana Ranaut. On behalf of the party, Kangana Ranaut is neither permitted nor authorised to make statements on party… pic.twitter.com/DXuzl3DqDq
— ANI (@ANI) August 26, 2024
दअसल, कंगना रनौत अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहती है लेकिन उन्होंने किसानों आंदोलन की तुलना बांग्लादेश के हालिया राजनीतिक संकट से कर दी. कंगना ने कहा था कि अगर पार्टी का शीर्ष नेतृत्व कमजोर होता तो देश में बांग्लादेश जैसे हालात सकते थे. कंगना ने कहा था, सभी भी ने देखा है कि किसान आंदोलन में क्या हुआ. प्रदर्शन के नाम पर हिंसा फैलाई गई. किसानों से जुड़े 3 कानून वापस ले लिए गए. नहीं तो इन उपद्रवियों की बहुत लंबी योजना थी. ये देश में कुछ भी कर सकते थे. अगर बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व मजबूत नहीं रहता तो आंदोलन के दौरान पंजाब को भी बांग्लादेश बना दिया जाता.
इसके बाद कंगना के जरिए विपक्षी दलों ने बीजेपी को निशाने पर लेना शुरू कर दिया. पंजाब के कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री राज कुमार वेरका ने कंगना रनौत के खिलाफ FIR दर्ज करने और एनएसए के तहत एक्शन लेने की मांग की. वहीं कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने भी कंगना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया.
मामला बढ़ता देख बीजेपी ने अपनी चुप्पी तोड़ी और कंगना के स्टेटमेंट को पार्टी का आधिकारिक नहीं बल्कि निजी बयान बताया साथ ही कंगना को भविष्य में ऐसे बयान देने से बचने की सलाह दी.