शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मंगलवार से शुरू हो रहे 10 दिवसीय मानसून सत्र को लेकर सुरक्षा चाक-चौबंद कर ली गई है. विधानसभा सत्र में इस बार 600 पुलिस कर्मियों के अलावा होमगार्ड व क्यू.आर.टी. जवानों की तैनात की गई है, जो आंतरिक व बाह्य सुरक्षा का जिम्मा संभालेंगे. एस.पी. शिमला संजीव गांधी ने पुलिस जवानों को मुस्तैदी से कार्य करने के निर्देश दिए हैं. इस बार पुलिस ने ऐसी तैयारी की है कि यहां परिंदा भी पर नहीं मार सकेगा.
मानसून सत्र के दौरान किसी को भी परिसर में हथियार ले जाने पर पूर्ण रूप से रोक रहेगी और केंद्रीय बल और सशस्त्रधारी जवानों को भी विधानसभा परिसर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा. पी.एस.ओ. व चालक भी गाडिय़ों में विधानसभा के बाहर ही रहेंगे. विधानसभा के प्रवेश द्वारों पर मैटल डिटैक्टर लगाए गए है. वी.आई.पी. गेटों पर दो विशेष कमांडों तैनात किए गए है.
इसके अलावा विधामसभा परिसर को पांच सैक्टरों में विभाजित करने के साथ-साथ सी.सी.टी.वी. व ड्रोन के माध्यम से भी कड़ी निगरानी रखी जाएगी. पुलिस ने वाहनों की पार्किंग के लिए भी योजना तैयार की है, जिसमें मंत्री, विधायकों व अधिकारियों के वाहनों को समुचित ढंग से पार्क करने की व्यवस्था की गई है. बिना पास किसी भी वाहन को प्रवेश नहीं दिया जाएगा. कैनेडी चौक पर वाहनों को चैक करने के बाद ही उन्हें प्रवेश करने दिया जाएगा. इसके लिए पुलिस, होमगार्ड के 676 जवानों को तैनात किया गया है, वहीं मुख्य तीन प्रवेश द्वार के अलावा दस गेट पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए है.
एस.पी. शिमला संजीव गांधी ने कहा कि विधानसभा मॉनसून सत्र को लेकर पुलिस पूरी तरह से तैयार है और पुलिस के जवानों ने मोर्चा संभाल लिया है. विधानसभा ड्यूटी में तैनात पुलिस के अधिकारियों व कर्मचारियों को आवश्यक निर्देश जारी कर दिए गए हैं.
27 अगस्त से नौ सितंबर तक चलेगा मानसून सत्र
विधानसभा का मानसून सत्र 27 अगस्त से नौ सितंबर तक चलेगा. सत्र के दौरान कुल 10 बैठकें होंगी. सत्र के लिए विधानसभा सचिवालय को सदस्यों से 850 से अधिक सवाल मिल चुके हैं. मानसून सत्र के हंगामेदार रहने के आसार हैं. इस बार विधानसभा में कोई भी निर्दलीय विधायक नहीं होगा. हाल में हुए दो विधानभा उपचुनाव में जीते नौ नवनिर्वाचित विधायक सदन में नजर आएंगे. इनमें कांग्रेस के छह और भाजपा के तीन विधायक हैं. 68 सदस्यीय विधानसभा में सत्तारूढ़ कांग्रेस के 40 और भाजप के 28 विधायक हैं. खास बात यह है कि विधानसभा में पहली बार पति-पत्नी की जोड़ी भी दिखेगी. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उनकी पत्नी कमलेश ठाकुर सदन में एक साथ नजर आएंगे.
हिन्दुस्थान समाचार