नाहन: सिरमौर जिला का रेणुका जी क्षेत्र जहां प्रदेश की सबसे बड़ी प्राकृतिक झील के लिए जाना जाता है. यहां पर विभिन्न प्रकार के वन्य प्राणी व् पक्षी भी मिनी चिड़ियाघर में प्रमुख आकर्षण का केंद्र रहते हैं. पवित्र रेणुका झील जहां पर्यटकों की पहली पसंद रहती है. यहां का शांत वातावरण, प्राकृतिक सौंदर्य भी सभी को आकर्षित करता है. वेटलैंड में व् झील में स्थानीय कछुओं की कई प्रजातियां पायी जाती हैं जोकि स्थानीय प्रजातियां हैं. लेकिन अभी वन्यप्राणी विभाग को एक दुर्लभ प्रजाति स्पॉटेड ब्लैक पॉइंट टर्टल मिली है. यह प्रजाति गंगा इंडस बेसिन में पायी जाती है और अब इसे रेणुकाजी में देखा गया है जोकि बहुत बड़ी बात है और प्रदेश की यह पहली साइट है जहां पर स्पॉटेड ब्लेक पॉइंट टर्टल है. इस उपलब्धि से वन्य प्राणी विभाग भी बहुत उत्साहित है.
वन्य प्राणी विभाग केऐ सी एफ विनोद रानटा ने बताया कि रेणुकाजी वेटलैंड में लगभग 4 प्रकार की स्थानीय टर्टल की प्रजातियां पायी जाती हैं और अभी हाल ही में यहां पर स्पॉटेड ब्लैक पॉइंट टर्टल पाया गया है जोकि बहुत बड़ी बात है. क्योंकि टर्टल की यह प्रजाति गंगा इंडस बसीन में पायी जाती है और इसको यहां पर स्पॉट करना बहुत बड़ी बात है. और यह भी दर्शाता हैकि रेणुकाजी वेटलैंड में पशु पक्षी बहुत अच्छी हालत में हैं. प्रदेश की यह पहली साइट होगी जहां पर यह प्रजाति पायी गयी है. यहां पर 4 अन्य स्थानीय टर्टल पाए जाते हैं और अब इस नई प्रजाति आने से विभाग का मनोबल बढ़ा है. उल्लेखनीय हैकि रेणुकाजी वेटलैंड को रामसर साइट में भी शामिल किया गया है और यह स्थान अब पर्यटन के क्षेत्र में अलग स्थान बना रहा है.
हिन्दुस्थान समाचार