मंडी: सरदार पटेल विश्वविद्यालय एएसपीयूए मंडी का पहला दीक्षांत समारोह 12 सितंबर को होगा. पत्रकारों से बातचीत करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ललित कुमार अवस्थी ने बताया कि दीक्षांत समारोह की तारीख तय हो गई है और प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल इसमें शिरकत करेंगे व विद्यार्थियों को डिग्री व मेडल प्रदान करेंगे.
उन्होंने बताया कि क्लस्टर विश्वविद्यालय व विश्वविद्यालय के दो बैचों के 311 मेधावी विद्यार्थियों को यह डिग्री मिलेगी. इस समारोह में पहले व दूसरे बैच के 18-18 विद्यार्थियों को मेडल भी दिए जाएंगे. इनमें 12 गोल्ड, 12 रजत व 12 कांस्य मेडल शामिल हैं.
उन्होंने बताया कि इस पहले दीक्षांत समारोह को यादगार बनाने के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. इसके लिए प्रदेश के शिक्षा मंत्री को भी न्योता दिया गया है. यह समारोह मंडी के पड्डल स्थित एसपीयू के भवन में ही होगा. दीक्षांत समारोह में डिग्री लेने वाले विद्यार्थियों के लिए ड्रेस कोड भी तय किया गया है. छात्रों के लिए कुर्ता पाजयामा व जैकेट तथा छात्राओं के लिए साड़ी का पारंपरिक परिधान रहेगा. समारोह के लिए एनआईटीए आइआइटी समेत अन्य बड़े संस्थानों के निदेशकों को भी आमंत्रित किया जाएगा.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के साथ संबंध बीएड कालेजों के लिए इन दिनों काउंसलिंग के प्रक्रिया चल रही है. लगभग 1600 सीटें भरी जानी हैं. पहली काउंसलिंग 22 अगस्त तक है और अच्छा रिस्पांस मिल रहा है. प्रदेश के सबसे पुराने कालेज वल्लभ महाविद्यालय मंडी से बीएड की मान्यता छिन जाने को लेकर उपकुलपति ने कहा कि हो सकता है कि तय मापदंडों पर सही न उतरने के चलते यह सब हुआ हो. अभी भी वक्त है. यदि तय मापदंडों के अनुसार सभी तरह की सुविधाएं यहां पर हो जाती हैं तो यह मान्यता बहाल हो सकती है और इसी साल फिर कक्षाएं चल सकती हैं.
उन्होंने यह भी बताया कि एसपीयू में ऐसे कोर्स शुरू करने की प्रक्रिया तेज की गई है जिससे वित्तीय स्थिति में भी सुधार हो तथा बच्चों को रोजगार भी मिल सके. रोजगारपरक विषय शुरू करने पर ज्यादा जोर है. विश्वविद्यालय में एक प्लेसमेंट सेल भी स्थापित किया गया है. इसके लिए एक कंपनी से भी अनुबंध किया गया है जो इस बारे में प्रशिक्षण दे रही है. इसे प्लेसमेंट होने पर ही अदायगी की जाएगी. विश्वविद्यालय के अपने परिसर के लिए जमीन को लेकर उन्होंने कहा शिमला दौरे के दौरान उन्होंने राज्यपाल, मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री व शिक्षा सचिव समेत सभी संबंध अधिकारियों के साथ बातचीत करके विश्वविद्यालय की वर्तमान परिस्थिति को लेकर अवगत करवाया है. अब सभी चीजें धीरे धीरे ठीक होने लगी हैं. जल्द ही इस पर भी प्रक्रिया आगे बढ़ेगी. उच्च स्तरीय फैसले लेने के लिए ईसी का गठनए वितीय समिति की बैठकें भी नजदीक भविष्य में हो जाएंगी और इसके बाद गतिविधियां तेजी के साथ आगे बढ़ेंगी.
हिन्दुस्थान समाचार