राजगढ़: कश्मीर घाटी में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में बलिदानी लांस नायक प्रवीन शर्मा का सोमवार को उनके पैतृक गांव पाहलु में सैन्य सम्मान अंतिम संस्कार कर दिया गया. शहीद के पिता राजेश शर्मा ने अपने इकलौते बेटे को मुखाग्नि दी गई . सेना के जवानों ने इस मौके पर शहीद को अंतिम सलामी दी.
सोमवार को बलिदानी प्रवीण शर्मा का शव पैतृक गांव पहुंचा. मां रेखा, बहनें पूजा व आरती व अन्य परिजन प्रवीण की तिरंगे झंडे में लिपटे पार्थिव शरीर को देखकर बिलख बिलख कर रो -रो कर बेसुध हो रहे थे. हर व्यक्ति इस प्रवीण की शहादत को लेकर गमगीन था. बाद में पूरे सैन्य सम्मान के साथ प्रवीण का अंतिम संस्कार कर दिया गया. इससे पहले सेना के जवानों ने उन्हें सलामी दी. इस मौके पर पूरा पाहलु गांव भारत माता की जय व प्रवीण कुमार अमर रहे के नारों से गूंज उठा. इस मौके पर विधायक रीना कश्यप, एसडीएम राजगढ़ राजकुमार ठाकुर, स्थानीय प्रधान रीना ठाकुर सहित भारी संख्या में मौजूद लोगों ने शहीद प्रवीण को अंतिम विदाई दी.
10 अगस्त को राजगढ़ ब्लॉक के पाहलू गांव निवासी लांस नायक प्रवीन शर्मा (26) का जम्मू कश्मीर के कोकरनाग में ऑपरेशन रक्षक के दौरान आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त हुए थे. प्रवीण शर्मा वन पैरा स्पेशल फोर्स में तैनात थे. प्रवीन शर्मा पझौता स्वतन्त्रता सेनानी के वंशज से संबध रखते थे. युवा शहीद प्रवीण शर्मा पालू गांव के राजेश शर्मा के इकलौते पुत्र हैं. उनके दो बहनें हैं.
देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले प्रवीण शर्मा वर्ष 2014 में सेना में भर्ती हुए थे और पदोन्नति पाकर लांस नायक पद पर पहुंचे थे. उनके पिता राजेश शर्मा किसान हैं और गांव में दुकान भी करते हैं. उनकी माता रेखा शर्मा गृहणी है, जबकि उनकी दादी चम्पा शर्मा भी अभी तक स्वस्थ है और पोते के बलिदान होने की सूचना से स्तब्ध हैं.
हिन्दुस्थान समाचार
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