शिमला: मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने सोमवार को अतंरराष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर शिमला में एचआईवी जागरुकता अभियान की शुरुआत की. यह अभियान 12 अक्टूबर तक चलेगा. प्रदेश के सभी जिलों में यह जागरुकता अभियान गांव स्तर तक चलाया जाएगा. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने एक जागरुकता वाहन को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया तथा दो महीने तक चलने वाले इंटिग्रेटिड हेल्थ चेकअप अभियान का भी शुभारंभ किया. इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस ‘क्लिक से प्रगति की ओर-सतत् विकास के लिए युवा डिजिटल माध्यम’ के थीम पर मनाया जा रहा है.
सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार एड्स के प्रति जागरुकता लाने के लिए व्यापक स्तर पर कार्य कर रही है. राज्य सरकार एड्स से पीड़ित रोगियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि ‘‘राज्य सरकार एंटी रेट्रो वायरल थेरेपी केंद्रों में निःशुल्क उपचार करवाने वाले व्यक्तियों को 1500 रुपये प्रतिमाह की आर्थिक सहायता और पीड़ितों के 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को तीन सौ रुपये से लेकर आठ सौ रुपये प्रतिमाह की आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है. इसके साथ ही उपचार के लिए आने वाले व्यक्तियों को फ्री बस यात्रा की सुविधा भी दी जा रही है.’’
उन्होंने कहा कि एचआईवी पीड़ित व्यक्तियों की हर प्रकार से मदद की जा रही है. उन्होंने कहा कि एचआईवी की जांच सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में निःशुल्क की जाती है और जांच करवाने वाले व्यक्ति की पहचान गोपनीय रखी जाती है. मुख्यमंत्री ने प्रदेश मेंSlider कैंसर के बढ़ते मामलों पर भी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इसके अध्ययन के लिए राज्य सरकार ने आईसीएमआर से सम्पर्क किया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सरकारी अस्पतालों में कैंसर के मरीजों को उनके उपचार के लिए 42 दवाइयां मुफ्त प्रदान कर रही है. इन दवाइयों को राज्य की अनिवार्य दवा सूची में शामिल किया गया है. इन दवाइयों में कैंसर उपचार के लिए प्रयुक्त होने वाला ट्रासटूजूम्ब टीका भी शामिल है, जिसकी कीमत लगभग 40 हजार रुपये होती है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार युवाओं को नशे व अन्य सामाजिक बुराइयों से दूर रखने के लिए खेलों की ओर प्रोत्साहित करने के प्रयास कर रही है. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने एड्स जागरुकता पर आधारित एक प्रदर्शनी का शुभारंभ भी किया.
हिन्दुस्थान समाचार