ऊना: सुप्रसिद्ध शक्तिपीठ माता श्री चिंतपूर्णी के दरबार मे श्रावण नवरात्र मेले के चलते श्रद्धालुओं का खूब जमघट लग रहा है. दस दिनों तक चलने वाले श्रावण मास के नवरात्र मेले का आगाज 5 अगस्त को हुआ था और यह मेला 14 अगस्त तक चलेगा. मेलों के मद्देनजर चिंतपूर्णी मंदिर को दुल्हन की तरह सजाया गया है. देश विदेश से मंगवाए गए रंग-बिरंगे फूलों से मंदिर की शोभा देखते ही बन रही है. वहीं चिंतपूर्णी में श्रावण अष्टमी मेले के अब तक इन पांच दिनों में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने चिंतपूर्णी पहुंचकर माँ छिन्नमस्तिका की पवित्र पिंडी के दर्शन किये. श्रावण मास के नवरात्रों का चिंतपूर्णी में विशेष महत्व माना जाता है.
इसलिए देश विदेश से श्रद्धालु अपनी अपनी मनोकामना लेकर माँ के दरबार मे पहुंचते है. नवरात्र मेले के दौरान दूर दूर से श्रद्धालु चिंतपूर्णी अपनी गाड़ियों, बसों, ट्रकों, मोटरसाइकिल और साइकलों पर तो पहुंचे ही वहीं हजारों श्रद्धालु पैदल और दण्डवत होकर भी मां के दरबार मे अपनी हाजिरी लगवाने पहुंचे. नवरात्रों में भीड़ को देखते हुए प्रशासन द्वारा मां के भक्तों को पर्ची सिस्टम के जरिये ही दर्शन करवाए जा रहे है. पुलिस द्वारा मेले के दौरान सुरक्षा में सैंकड़ों सुरक्षा कर्मियाें की तैनाती की गई हैं. सुरक्षा के मद्देनजर मंदिर न्यास द्वारा मेला क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं. वहीं डॉग स्क्वायड और बम निरोधक दस्ते भी तैनात किए गए है. वहीं श्रद्धालुओ की सुविधा के लिए भी प्रशासन ने पुख्ता प्रबंध किए थे. श्रद्धालुओं की माने तो माता चिंतपूर्णी श्रद्धालुओं की चिंताएं दूर करती है और सभी मन्नतें पूरी होती है.
चिंतपूर्णी मंदिर के पुजारी संदीप कालिया ने कहा कि श्रावण नवरात्र माता चिंतपूर्णी को बहुत प्रिय है इसलिए इन नवरात्रों का विशेष महत्व है. संदीप कालिया ने कहा कि माता चिंतपूर्णी अपने भक्तों की सभी चिंताओं को दूर करती है.
हिन्दुस्थान समाचार