शिमला: शिमला जिले के रामपुर क्षेत्र के समेज में आये सैलाब में लापता लोगों में बचाव दल ने शुक्रवार को नौवें दिन पांच शव बरामद किये हैं. इनमें चार शव सुन्नी डैम के समीप डोगरी क्षेत्र और एक शव रामपुर के नोगली से बरामद हुआ है. इनमें एक शव की ही शिनाख्त हो पाई है, वहीं अन्य चार शव क्षत-विक्षत होने से शिनाख्त नहीं हो सकी है. हादसे के बाद अब तक 15 शव बरामद हो चुके हैं और 21 अभी भी लापता है. इन लापता लोगों की तलाश की जा रही है.
शिमला के उपायुक्त अनुपम कश्यप ने शुक्रवार को बताया कि समेज त्रासदी के बाद से लगातार चल रहे सर्च ऑपरेशन के नौवें दिन आज सुबह सुन्नी डैम के नजदीक दोघरी क्षेत्र में चार शव बरामद हुए है. प्रथमदृष्टया में दो शव पुरुषों के हैं और एक लड़की का शव है, जिसकी उम्र 14 से 15 साल है. इसके साथ ही एक अन्य शव क्षत-विक्षत हालत में मिला है. यह भी प्रथमदृष्टया में महिला का शव है.
उन्होंने बताया कि रामपुर के नोगली में भी एक महिला शव बरामद हुआ है. रेस्क्यू टीम ने शव को कब्जे में ले लिया है. इस शव की पहचान कल्पना कुमारी पत्नी जयसिंह के तौर पर हुई है, जो कि ग्रीनको हाइड्रो प्रोजेक्ट में कार्यरत थी. शव को पोस्टमार्टम के लिए रामपुर अस्पताल भेजा गया है. उपायुक्त ने बताया कि अब तक 15 शव बरामद हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि बाढ़ में लापता लोगों की तलाश में सर्च ऑपरेशन जारी रहेगा.
उल्लेखनीय है कि 31 जुलाई की मध्यरात्रि बादल फटने के कारण आई बाढ़ से समेज गांव में भारी तबाही हुई है. हादसे में कई घर, स्कूल और स्वास्थ्य केंद्र भी बह गया था. हादसे के बाद 36 लोग लापता हो गए थे. बचाव टीमें बीते 1 अगस्त की सुबह से लोगों की तलाश में जुटी हैं. प्रदेश सरकार ने प्रभावित परिवार को 50 हजार रुपये की राहत राशि और किराए पर आवासीय सुविधा के लिए पांच हजार रुपये देने की घोषणा की है.
हिन्दुस्थान समाचार