मंडी: हैंडलूम सेक्टर में हिमाचल की संस्कृति को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाने वाली मंडी की बेटी अंशुलमल्होत्रा को 15 अगस्त के लिए राष्ट्रपति भवन की ओर से विशेष निमंत्रण मिला है. उन्हें पंद्रह अगस्त को राष्ट्रपति भवन में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम और राष्ट्रपति द्रौपति मुर्मु की ओर से दिए जाने वाले रात्रि भोज में शामिल होने के लिए विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है.
अंशुल मल्होत्रा मंडी के शिल्प गुरू ओपी मल्होत्रा की बेटी हैं. जिन्हें हैंडलूम के क्षेत्र में पुराने हिमाचली डिजाइन और हिमाचली संस्कृति को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए वर्ष 2005 में तत्त्कालीन राष्ट्रपति महोदय माननीय रामनाथ कोविंद के कर कमलों से नारी शक्ति पुरस्कार से नवाजा गया है.
डाक विभाग के विशेष दल जिसमें पोस्टमैन कुसुम लता, आईपीओं मंडी रमेश चंद और अन्य स्टाफ की ओर से कृष्णा वूल साऊली खड्ड में जाकर भारत के राष्ट्रपति की ओर से भेजा गया निमंत्रण पत्र सौंपा है. अकेली नहीं हिमाचल मेरे साथ होगा: इस अवसर पर अंशुल मल्होत्रा ने खुशी का इजहार करते हुए कहा कि यह मेरे अकेले के लिए नहीं बल्कि मंडी जिला और हिमाचल प्रदेश के लिए गौरव की बात है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति भवन में अकेली नहीं हूंगी बल्कि पूरा हिमाचल मेरे साथ होगा.
उन्होंने बताया कि वह पुराने डिजाइन को बचाने के साथ-साथ गांव-गांव में बुनकरों के बीच इनका प्रचार व प्रसार भी करती हैं. यह हिमाचल की संस्कृति के संरक्षण के साथ-साथ राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इसका प्रसार भी कर रही है. उन्होंने बताया कि अब तक उनके बनाए हुए डिजाइन लगभग 12 देशों में पहुंच चुके हैं. उन्होंने बताया कि उन्हें चीन और जर्मनी सरकारों की ओर से भी प्रदर्शनियां लगाने के निमंत्रण मिले जहां उनके काम की सराहना भी हुई है.
उन्होंने बताया कि आज ही डाक विभाग की ओर से उन्हें राष्ट्रपति भवन की ओर से भेजा गया निमंत्रण पत्र डाक कर्मियों की ओर से मिला है. जिसे सहर्ष स्वीकरते हुए वे अपने साथ मंडी और हिमाचल के लोगों की भावनाओं को लेकर स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति भवन में होने वाले समारोह में शामिल होंगी.
हिन्दुस्थान समाचार